डीएम के प्रयास लाए रंग, जनपद के 1546 विद्यालयों का हुआ कायाकल्प

अधिकारियों ने गोद लिये थे 115 स्कूल, 19 पैरामीटरों में की जाती है विद्यालयों की रैंकिंग

दीपक शर्मा
अग्रभारत

मथुरा। जिलाधिकारी पुलकित खरे के उत्कृष्ट प्रयासों से जनपद के 1546 विद्यालयों का कायाकल्प हुआ। विद्यालयों की रैंकिंग 19 पैरामीटरों में की जाती है, जिसमें जनपद मथुरा ने प्रदेश में 10वां स्थान हासिल किया। गत वर्ष जनपद मथुरा की रैंकिंग 56वीं थी, जिसका सुधार होते हुए आज जनपद मथुरा 10वें स्थान पर आ गया है। जिलाधिकारी द्वारा निरंतर अधिकारियों के साथ बैठक की गई तथा निर्देशित किया गया कि सभी स्कूलों को उत्तम बनायें। जिलाधिकारी के निर्देशन में स्कूल चलो अभियान को गति प्राप्त हुई और विद्यालयों में आधिकारिक पंजीकरण करवाएं गए।

उनका लक्ष्य था कि एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। 6 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों के लिए अध्यापक घर घर जाकर प्रोत्साहित करेंगे। शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए। शासन की मंशा अनुसार जिलाधिकारी द्वारा जनपद के 115 जिला स्तरीय अधिकारियों को जनपद के 115 स्कूल गोद दिये गये थे, जिनके निर्देशन में स्कूलों का कायाकल्प किया गया। गोद लिए गए स्कूलों के सम्बंध में अधिकारियों को स्कूलों का कायाकल्प, स्कूल परिसर एवं भवनों का जीर्णोद्धार, शिक्षकों का व्यावहारिक परिवर्तन, स्कूल चलो अभियान के लिए प्रोत्साहन, निपुण भारत की परिकल्पना आदि के निर्देश दिए गए थे।

जिलाधिकारी द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया था की अपने गोद लिए विद्यालयों में जाकर शिक्षा गुणवत्ता को परखे, बच्चों की उपस्थिति पर विशेष ध्यान दे तथा स्कूल में मिड डे मील को स्वयं खा कर चेक करें। विद्यालयों के सामान्य शौचालय, दिव्यांग शौचालय, पेयजल व्यवस्था, वाउण्ड्रीबाल, टाइल्स, हैंडवाशिंग यूनिट, स्कूल का मैदान आदि का बारीकी से निरीक्षण करें

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