आयुर्वेद और औषधीय गुणों से युक्त कदंब वृक्ष की खंडी बनाई

  • लायंस क्लब आगरा प्रयास ने वन विभाग सिकंदरा स्थित श्री गोरल भैरव नाथ मंदिर परिसर में रोपे दर्जनों कदंब के पौधे

आगरा। भगवान श्रीकृष्ण कदंब के पेड़ के नीचे बैठकर ही बांसुरी बजाकर गोपियों को मंत्रमुग्ध किया करते थे। कदंब के पेड़ का आध्यात्मिक और आयुर्वेदिक दोनों ही महत्व है। यही वजह है कि इसके दर्जनों पौधे रोपे गए हैं।

लायंस क्लब आगरा प्रयास ने रविवार सुबह वन विभाग सिकंदरा स्थित श्री गोरल भैरव नाथ मंदिर में कदंब की खंडी तैयार की। पर्यावरणविद अंकुश दवे और डाॅ. मुकुल पांडया की मदद से कदंब के करीब 50 पौधों की श्रंखला तैयार की गई। क्लब अध्यक्ष प्रदीप जुनेजा ने कहा कि सुगंधित फूलों से युक्त बारहों महीने हरे, तेजी से बढ़ने वाले इस विशाल वृक्ष की छाया शीतल होती है। इसका धार्मिक और वानिस्तपिक महत्व है।

सचिव गरिमा हेमदेव ने कहा कि कदंब के पौधों की श्रंखला बनाने का उद्देश्य यह भी है कि यह स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भरपूर है और बहुत सारे रोगों के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। कोषाध्यक्ष संजना सरीन ने कहा कि मानसून में पौधे तो अधिक से अधिक रोपें ही साथ ही उनके संरक्षण और संवर्धन का बीड़ा भी उठाएं।

कोआर्डिनेटर अशु मित्तल ने कहा कि हरा-भरा आगरा लायंस क्लब प्रयास की सभी गतिविधियों में प्राथमिकता पर है। क्लब की ओर से हर वर्ष मानसून में यह अभियान चलाया जाता है। चार्टर्ड प्रेसीडेंट संजीव मित्तल ने मंदिर प्रबंधन से सभी पौधों और कदंब खंडी की देखरेख करने का अनुरोध किया।

इस अवसर पर मंदिर के महंत भूदेव गोस्वामी, नीति जुनेजा, डॉ परिणीता बंसल, कपिल मगन, कुमार गोयल, डाॅ. संदीप अग्रवाल, डाॅ. पारूल अग्रवाल, शीनू कोहली, गरिमा जी आदि उपस्थित थे।

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