विशेष डिजाइन किए गए जैकेट तथा गाइडों के क्यूआर कोड युक्त परिचय पत्र भी किए गए लॉन्च
अनधिकृत तथा बाहरी तत्वों की पहचान होगी आसान -मंडलायुक्त
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी ने कहा कि आगरा की पहचान ही टूरिज्म से है। टूरिज्म यहां की लाइफ लाइन की तरह है। गाइड प्रथम व्यक्ति होता है जिसके सीधे संपर्क में टूरिस्ट आता है। आप अपने देश, अपने शहर के ब्रांड एंबेसडर हैं। आपका महत्वपूर्ण स्थान है।
उन्होंने कहा कि आज टूरिज्म के क्षेत्र में परिदृश्य बदला है। पहले मात्र गाइड ही टूरिस्ट के लिए जानकारी का स्रोत था। लेकिन आज आपके देश व शहर की, आपसे ज्यादा जानकारी टूरिस्ट के पास है। टूरिस्ट आने से पहले रिसर्च करता है। इसलिए आपको प्रोफेसनल व नॉलेज दोनों ही क्षेत्रों में इंप्रूव करना होगा।
मंडलायुक्त ने उपस्थित गाइड्स को प्रेरित करते हुए कहा कि टूरिस्ट के साथ विश्वास का रिश्ता बनाएं। जब बाहर से देसी या विदेशी पर्यटक शहर में आता है तो उसका पहला वास्ता ऑटो-टैक्सी चालक और गाइडों से ही होता है। पर्यटक इन्हीं लोगों से सवाल करता है कि घूमने फिरने और ठहरने की कौन-कौन सी अच्छी जगह है। ऐसे में जरूरी है कि आप सभी गाइड शहरी पर्यटन से जुड़ी हर एक जानकारी से अपडेट रहे और पर्यटकों को भी अच्छी व सही जानकारी दें।
जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम गाइड्स और प्रशासन के बीच संवाद की शुरुआत है। गाइड ही सर्व प्रथम टूरिस्ट के सीधे संपर्क में आता है। टूरिस्ट के क्या अनुभव रहे, व्यवस्थाओं में कहां कमी है या सुधार की जरूरत है गाइड संवाद करें, प्रशासन उस पर ध्यान देगा।
उन्होंने गाइड्स को प्रेरित करते हुए कहा कि पहले गाइड की सेवा लेना लक्जीरियस माना जाता था लेकिन अब गाइड की सर्विस के प्रति टूरिस्ट का रुझान कम हुआ है। जानकारी के श्रोत बढ़ने से प्राय गाइड से ज्यादा टूरिस्ट जानकारी रखता है। उन्होंने गाइड्स को नॉलेज इंप्रूव करने को प्रेरित किया।
पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि गाइड हमारे शहर, हमारी कल्चर तथा हमारे देश के ब्रांड एंबेसडर होते हैं। टूरिस्ट के समक्ष वही हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। आपके अंदर जानकारी का अभाव है या आपका व्यवहार ठीक नहीं है तो टूरिस्ट उसी से हमारे देश तथा शहर की धारणा बनाता है। गाइड्स को भी आज के टूरिज्म परिदृश्य के अनुरूप व्यवहार परिवर्तन करना है।
कार्यक्रम के दौरान गाइडों को आगरा के इतिहास, संस्कृति और पर्यटन स्थलों से जुड़ी जानकारी दी गई। इसके अलावा, उन्हें टूरिस्टों से व्यवहार करने के तरीके और उनके साथ सुरक्षित तरीके से यात्रा करने के बारे में भी प्रशिक्षित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में, गाइडों को विशेष डिजाइन किए गए जैकेट और क्यूआर कोड युक्त परिचय पत्र भी दिए गए। ये जैकेट और परिचय पत्र गाइडों को अनधिकृत व्यक्तियों से अलग करने और उन्हें पर्यटकों को बेहतर सेवा प्रदान करने में मदद करेंगे।
कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश चंद मिश्र, गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान, संजय शर्मा और शमशुद्दीन खान, विशाल श्रीवास्तव, प्रदीप टम्टा इत्यादि मौजूद रहे।