ब्रिटेन के मगरमच्छ विशेषज्ञ और टीचर को कुत्तों के साथ बलात्कार, यातना देने और हत्या से जुड़े 56 आरोपों में दोषी ठहराया गया है
ऑस्ट्रेलिया के डार्विन में स्थित उत्तरी क्षेत्र के सर्वोच्च न्यायालय (एनटी) में हुई एक गंभीर घटना ने दुनिया की नजरें आकर्षित की है, जिसमें ब्रिटेन के एक प्रमुख मगरमच्छ विशेषज्ञ और टीचर को कुत्तों के साथ बलात्कार, यातना देने और हत्या करने के 56 आरोपों में दोषी ठहराया गया है। यह मामला एडम ब्रिटन के खिलाफ है, जिनका नाम विज्ञान और मगरमच्छों के अध्ययन में मशहूर है।
जूलॉजिस्ट और शिक्षक एडम ब्रिटन को अप्रैल 2022 में उनकी गिरफ्तारी तक 42 से अधिक कुत्तों का यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया था, जिनमें दो पालतू कुत्ते भी थे। उन्होंने इस क्रूर और विकृत अदालती क्रिया के आरोपों को स्वीकार किया है, जिसमें उन्होंने कुत्तों के साथ बलात्कार किया, उन्हें यातना दी, और उनकी हत्या की।
इस घटना में एडम ब्रिटन द्वारा 39 कुत्तों की मौत भी हुई, और इस घटना को सबसे खराब मानने वाले मानवों के लिए यह अत्याचार की गरिमा होती है। उत्तरी क्षेत्र के सर्वोच्च न्यायाधीश माइकल ग्रांट ने कहा कि इसके आरोपिय द्वारा किए गए अत्याचारों में ऐसी सामग्री शामिल है जिसे केवल क्रूरता के वीभत्स और विकृत कृत्य ही माना जा सकता है, जो बेहद परेशान करने वाला है।
इस मामले में आरोपी एडम ब्रिटन के पास एक शिपिंग कंटेनर था, जिसे उन्होंने कुत्तों के यौन शोषण करने, उन्हें यातना देने, और हत्या करने के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने यहां पर उन क्रूर कृत्यों को किया जिन्हें सिर्फ़ अत्याचारी और विकृत कहा जा सकता है जो बेहद खौफ़नाक होते हैं।
इस मामले में एडम ब्रिटन की यौन रुचि कुत्तों में थी, और उन्होंने अपने शिकारी नौकरों को कुत्तों के साथ यौन रिश्तों को बढ़ावा देते हुए उनके साथ संबंध बनाए। इसके अलावा, उन्होंने डार्विन क्षेत्र में पालतू जानवरों के मालिकों से भी यौन संबंध बनाए और उनके साथ कुत्तों की कस्टडी लेने की बात की। ब्रिटन ने इन लोगों को धोखाधड़ी के तरीके से बाहर जाने वाले या काम पर जाने वाले लोगों के पास अपने कुत्तों को छोड़ देने के बहाने से कुत्तों की अधिकार खरीदने के लिए इस्तेमाल किया।
आरोपी के खिलाफ यह खुलासा होने के बाद, पुलिस ने उनके घर से कई मानव और जानवरों के बर्बर आधात्मिक और सेक्सुअल सामग्री, कैमरे, कंप्यूटर, मोबाइल फोन, हथियार, और सेक्स खिलौने जैसी चीजें बरामद की हैं। इस मामले में उन्होंने कुछ वीडियो भी बनाए हैं जिनमें उन्होंने जानवरों के साथ द्वेषपूर्ण क्रियाएँ करते हुए दिखाया है।
इस मामले में एडम ब्रिटन की गिरफ्तारी ने समाज में सड़क किनारे प्राणियों के खिलाफ दरिंदगी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, और यह घटना न केवल दरिंदगी के खिलाफ होने का सबूत प्रस्तुत करती है बल्कि मानव-जानवर संबंधों की समझ में भी सुधार करती है। इसमें जुड़े गंभीर आरोपों के बावजूद, यह मामला एक महत्वपूर्ण बदलाव की आवश्यकता को भी प्रकट करता है, ताकि समाज में सुरक्षा और न्याय की सुनिश्चिता हो सके।