आगरा: थाना सदर बाजार क्षेत्र में तैनात हेड कांस्टेबल सूर्य देव (पीआरवी 4865) के एक वीडियो ने पुलिस विभाग में हलचल मचा दी है। शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में हेड कांस्टेबल सूर्य देव को अपनी ड्यूटी के दौरान पीआरवी 4865 गाड़ी से राशन का सामान अपने घर पर लाते हुए देखा जा रहा है। वीडियो में गाड़ी के चालक को गाड़ी के अंदर बैठे हुए देखा जा सकता है। यह घटना लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) का उद्देश्य आपातकालीन सेवाओं और शिकायतों के निस्तारण के लिए होता है, न कि व्यक्तिगत या घरेलू उपयोग के लिए।
सूर्य देव की मनमानी और पड़ोसियों से बदसलूकी
सूत्रों के अनुसार, हेड कांस्टेबल सूर्य देव की तैनाती थाना सदर बाजार में 2016 से बताई जा रही है। इस दौरान उन पर आरोप लगे हैं कि वे अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पड़ोसियों को धमकाते हैं और वर्दी का रौब दिखाकर नाजायज दबाव डालते हैं। यह भी दावा किया गया है कि वह पीआरवी गाड़ी का उपयोग न केवल घरेलू कार्यों के लिए बल्कि बच्चों को स्कूल ले जाने और वापस लाने के लिए भी करते हैं, जो कि पुलिस गाड़ी के उद्देश्य के विपरीत है।
वीडियो वायरल होने के बाद बढ़ी समस्याएँ
शनिवार को इंटरनेट पर वायरल हुए वीडियो में हेड कांस्टेबल सूर्य देव पीआरवी 4865 से राशन का सामान अपने घर पर उतारते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही, गाड़ी का चालक गाड़ी में बैठा हुआ है, जबकि गाड़ी का इस्तेमाल घरेलू कार्यों में हो रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस विभाग में इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी गई है।
आगरा के एडिशनल कमिश्नर का बयान
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए आगरा की एडिशनल कमिश्नर पूनम सिरोही ने बताया कि वायरल वीडियो और लगाए गए आरोपों की जांच कराई जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस विभाग पर उठ रहे हैं सवाल
इस घटना ने पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। लोगों का मानना है कि पुलिस गाड़ी का इस तरह से व्यक्तिगत उपयोग न केवल गलत है, बल्कि यह पुलिस विभाग की छवि को भी धूमिल करता है। अब देखना यह होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और पुलिस विभाग इस पर कैसे कार्रवाई करता है।