आगरा : थाना किरावली क्षेत्र के बेखौफ खनन माफिया के अवैध खनन की मिट्टी से भरे डंफर से हुआ बड़ा हादसा

Jagannath Prasad
3 Min Read
आगरा : थाना किरावली क्षेत्र के बेखौफ खनन माफिया के अवैध खनन की मिट्टी से भरे डंफर से हुआ बड़ा हादसा

दक्षिणी बाईपास पर बैक करने के दौरान ट्रक से हुई भिड़ंत, चालक की हालत गंभीर

आगरा (किरावली) थाना किरावली अंतर्गत मिढ़ाकुर चौकी क्षेत्र में सक्रिय खनन माफिया के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। नियमों की धज्जियां उड़ाकर डंके की चोट पर धरती की कोख को छलनी कर रहे इस खनन माफिया को लगातार मिल रहे कथित संरक्षण के कारण इसके नेटवर्क का दायरा बढ़ता जा रहा है।

बताया जाता है कि बीती रात्रि दक्षिणी बाईपास पर रायभा टोल प्लाजा के समीप अवैध खनन की मिट्टी से भरा डंफर बैक हो रहा था। इसी दौरान पीछे से आ रहे ट्रक से इसकी भिड़ंत हो गई। हादसे इतना भीषण था कि ट्रक का चालक केबिन में फंसा हो रह गया। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उसे पुलिस ने इलाज हेतु आगरा भिजवाया। ट्रक के परिचालक अजीत पुत्र ग्वालियर ने बताया कि चालक गोलू पुत्र मुनेश के साथ दिल्ली से ग्वालियर जा रहे थे। घटना के बाद दक्षिणी बाईपास पर यातायात अवरूद्ध हो गया। बेहद मुश्किलों के बाद यातायात सामान्य हुआ। आपको बता दें कि इस हादसे के बाद जिस खनन माफिया पर उंगली उठ रही हैं, इसी खनन माफिया के वाहन से पथौली-सदरवन मार्ग पर हादसा हुआ था। अवैध खनन की मिट्टी से भरा ट्रैक्टर कार से टकरा गया था। कुछ दिनों तक शांत रहने के बाद इसने फिर से अवैध खनन का खेल शुरू कर दिया।

See also  योगी सरकार में अधिकारी कर्मचारी हो गए है बे लगाम- खुले आम कर रहे है भ्रष्टाचार

डावली-सगुनापुर क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा अवैध खनन

बताया जा रहा है कि बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में थाना किरावली के गांव डावली-सगुनापुर क्षेत्र के खेतों में रात के अंधेरे में हो रहे मिट्टी के अवैध खनन का प्रकरण सामने आया था। खनन माफिया द्वारा पहले इसी क्षेत्र में कस्ती बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया गया था। जिसकी शिकायत के बाद यहां से लोकेशन बदल ली गई। अब फिर से इसी स्थान पर अवैध खनन को शुरू कर लिया गया है।

ऑनलाइन परमीशन की आड़ में जमकर हो रहा अवैध खनन

सूत्रों के अनुसार, खनन माफियाओं द्वारा खेत मालिकों से उनका खेत मिट्टी निकालने हेतु किराए पर लिया जाता है। इसके बाद ऑनलाइन परमीशन ली जाती है, जिसमें सिर्फ 98.9 घन मीटर की परमिशन मिलती है। परमीशन में साफ उल्लेखित होता है कि निजी प्रयोग हेतु दी गई इस परमीशन में सिर्फ फावड़े का ही प्रयोग होगा लेकिन इन खनन माफियाओं द्वारा बड़ी मशीन और डंफ़र लगाकर अवैध खनन को अंजाम दिया जाता है।

See also  लूट और बरामदगी के तीन आरोपी बरी, महिला डॉक्टर के साथ हुआ था दस वर्ष पुराना लूट का मामला
Share This Article
Leave a comment