किरावली में बिना मान्यता चल रहे तीन शिक्षण संस्थानों पर बीईओ की गाज, नोटिस और जुर्माने की चेतावनी

Jagannath Prasad
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किरावली में बिना मान्यता चल रहे तीन शिक्षण संस्थानों पर बीईओ की गाज, नोटिस और जुर्माने की चेतावनी

किरावली (आगरा): विकास खंड अछनेरा के गांव अटूस में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिना मान्यता के संचालित हो रहे दो निजी कोचिंग संस्थानों और एक स्कूल को बंद करा दिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) जितेंद्र गौड़ के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सौरव आनंद ने शनिवार को इन संस्थानों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें संस्थान प्रबंधक मान्यता संबंधी कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने में विफल रहे।

निरीक्षण के दौरान बीईओ सौरव आनंद ने पाया कि अटूस गांव में जीनीयस कोचिंग, मन्फ्लॉवर इंटरनेशनल स्कूल और डीआरसी कंपटीशन एकेडमी बिना किसी आधिकारिक मान्यता के धड़ल्ले से शिक्षण कार्य चला रहे थे। जांच में यह स्पष्ट हो गया कि ये स्कूल और कोचिंग संस्थान नियमों को ताक पर रखकर छात्रों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे थे।

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इस मुद्दे पर बीईओ सौरभ आनंद और स्कूल व कोचिंग प्रबंधकों के बीच काफी देर तक तीखी बहस भी हुई, लेकिन प्रबंधक मान्यता से जुड़े कोई भी संतोषजनक प्रमाण पेश नहीं कर सके। आखिरकार, बीएसए आगरा के सख्त निर्देशों के अनुपालन में, खंड शिक्षा अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से इन सभी संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया।

इतना ही नहीं, बीईओ ने संस्थान प्रबंधकों को कड़ी चेतावनी भी दी है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि भविष्य में बिना मान्यता शपथ-पत्र के इन विद्यालयों या कोचिंग संस्थानों का संचालन किया गया, तो उन पर एक लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, निरीक्षण की तारीख से लेकर संस्थान बंद होने तक, प्रतिदिन दस हजार रुपये की दर से जुर्माना भी वसूला जाएगा।

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इस कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए खंड शिक्षा अधिकारी सौरभ आनंद ने कहा, “गांव अटूस में निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कुछ स्कूल और कोचिंग सेंटर बिना किसी वैध मान्यता के चलाए जा रहे थे। नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों को दो छोटे कमरों और लोहे के टीन शेड में पढ़ाया जा रहा था, जो कि शिक्षा के मानकों का स्पष्ट उल्लंघन है। तत्काल प्रभाव से इन सभी अवैध शिक्षण गतिविधियों को बंद करा दिया गया है।”

शिक्षा विभाग की इस सख्त कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। यह कार्रवाई उन अन्य संस्थानों के लिए भी एक कड़ा संदेश है जो बिना मान्यता के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। विभाग अब अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे अवैध संस्थानों की पहचान कर उन पर कार्रवाई करने की तैयारी में है।

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