फतेहपुर सीकरी, आगरा: भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर, फतेहपुर सीकरी स्थित संग्रहालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य सांस्कृतिक धरोहरों की महत्ता पर प्रकाश डालना था, ताकि समाज में इनके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
गाइडों को संग्रहालय अवलोकन की सलाह
कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने जोर दिया कि गाइड बंधुओं को संग्रहालय का अवलोकन अवश्य करना चाहिए। ऐसा इसलिए ताकि वे यहाँ आने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों को यहाँ की ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में पूरी और सटीक जानकारी दे सकें। संगोष्ठी में मौजूद अधिकारियों ने संग्रहालय की ऐतिहासिक विरासत और उसके संरक्षण के महत्व पर अपने विचार साझा किए, जिससे इसकी अहमियत और भी स्पष्ट हुई।
इस मौके पर, संग्रहालय में आने वाले पर्यटकों को भी विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी दी गई, जिससे वे अपनी विरासत से और गहराई से जुड़ सकें।
जागरूकता बढ़ाने और विरासत पर गर्व करने का अवसर
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य आम जनता, विशेषकर युवाओं में विरासत संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने संग्रहालय के महत्व को समझते हुए इसे संरक्षित रखने की अपील की।
यह अवसर न सिर्फ इतिहास को करीब से जानने का मौका दिया, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करने का अवसर प्रदान किया। इस मौके पर आगरा मंडल के सहायक अधीक्षक पुरातत्व जितेंद्र सिंह, सुरेश कुमार, संरक्षण सहायक दिलीप सिंह, और उद्यान सहायक जितेंद्र सोलंकी सहित अन्य प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे।