झाँसी: पानी की भीषण समस्या से ग्रामीण परेशान, NH-26 पर लगाया जाम, ‘हर घर जल’ योजना पर सवाल

BRAJESH KUMAR GAUTAM
3 Min Read
झाँसी: पानी की भीषण समस्या से ग्रामीण परेशान, NH-26 पर लगाया जाम, 'हर घर जल' योजना पर सवाल

झाँसी, सुल्तान आब्दी। जनपद के बबीना ब्लॉक की ग्राम पंचायत खैलार में भीषण गर्मी के बीच पानी की किल्लत ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। इस गंभीर समस्या से त्रस्त ग्रामीणों, खासकर महिलाओं ने आज (मंगलवार, 20 मई, 2025) झांसी-ललितपुर लिंक रोड NH-26 पर चक्का जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया। गुस्साए ग्रामीणों ने खाली बर्तन लेकर सड़क के बीचोबीच बैठकर अपना विरोध जताया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार की महत्वाकांक्षी ‘हर घर जल योजना’ उनके गांव में पूरी तरह से फेल हो चुकी है। उनका कहना है कि नल कनेक्शन तो कई महीने पहले हो गए हैं, लेकिन वे सिर्फ “सफेद हाथी” साबित हो रहे हैं, क्योंकि उनमें बूंद भर भी पानी नहीं आ रहा है। लोग सुबह से ही बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं और इसी नाराजगी के चलते उन्होंने सड़क जाम करने का फैसला किया।

See also  आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार की शराब योजना पर किया विरोध, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने महीनों से उनकी पीने के पानी की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया है। हर बार सिर्फ झूठे आश्वासन और खानापूर्ति के लिए सर्वे किए जाते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि नलों में सिर्फ हवा आती है। इस भीषण गर्मी में महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग सभी पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं।

जाम की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अजमेर सिंह भदौरिया, भेल चौकी प्रभारी एसआई दिनेश गिरी, एसआई प्रदीप शर्मा और कांस्टेबल अमित तिवारी सहित पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। हालांकि, ग्रामीण अपनी मांगें पूरी होने तक जाम खोलने को तैयार नहीं थे।

See also  Mathura News: नगर आयुक्त ने लिया गोद तो प्राथमिक विद्यालय का हुआ कायाकल्प

काफी मान-मनौव्वल के बाद, थाना प्रभारी अजमेर सिंह भदौरिया और ग्राम प्रधान प्रियंक राज गौतम ‘गोलू’ के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए और तब जाकर जाम खोला गया। लेकिन, ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी पानी की समस्या का उचित समाधान समय पर नहीं हुआ, तो वे तहसील और जिलाधिकारी कार्यालय पर अनशन और प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी।

See also  पति की मौत की खबर आई तो पत्नी ने भी त्यागे प्राण, एक साथ जली दोनों की चिताएं
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement