कानपुर, उत्तर प्रदेश: रिश्तों की बढ़ती पेचीदगियां और उनमें विश्वास की कमी समाज में गंभीर अपराधों को जन्म दे रही है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर से सामने आया है, जहां एक चाची ने अपने अवैध संबंधों के चलते पति को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य अपराध में उसके एक भतीजे ने भी साथ दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अवैध संबंध और हत्या की साजिश

यह खौफनाक वारदात साढ़ इलाके के गांव लक्ष्मणखेड़ा की है। 32 वर्षीय ट्रैक्टर चालक धीरेंद्र पासवान अपनी पत्नी रीना, 75 वर्षीय बधिर मां और 4 वर्षीय बेटे के साथ रहता था। धीरेंद्र के 23 वर्षीय भतीजे सतीश पासवान का रीना के साथ लंबे समय से अवैध संबंध चल रहा था। रीना ने पुलिस को बताया कि एक दिन उसके पति धीरेंद्र ने उन्हें आपत्तिजनक हालत में देख लिया, जिसके बाद उनका मिलना-जुलना बंद हो गया।

पुलिस पूछताछ में रीना ने स्वीकार किया कि सतीश के अलावा उसके एक और भतीजे अभिषेक से भी वह बातें करती थी। पति धीरेंद्र द्वारा सतीश के साथ पकड़े जाने और मिलने पर पाबंदी लगाने के बाद, रीना और सतीश ने धीरेंद्र की हत्या की साजिश रची।
नींद की गोलियां और नृशंस हत्या
अपनी योजना के तहत, रीना ने पति धीरेंद्र को रास्ते से हटाने का फैसला किया। उसने 10 मई की रात को धीरेंद्र के खाने में नींद की गोलियां मिला दीं। धीरेंद्र ने बड़े चाव से खाना खाया और जल्द ही नींद की गोलियों के असर से गहरी नींद में चला गया।

रीना ने पुलिस को बताया कि जब धीरेंद्र बेहोशी की हालत में था, तो उसने अपने प्रेमी भतीजे सतीश से पति की हत्या करने के लिए कहा। हालांकि, सतीश के हाथ-पांव कांपने लगे और वह डर गया। इसके बाद रीना ने पास में पड़े घर के टूटे चौखट को उठाया और धीरेंद्र के सिर पर कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस जांच और चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस ने इस मामले में रीना और उसके भतीजे सतीश दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। जब पुलिस ने रीना के मोबाइल फोन की जांच की, तो वे दंग रह गए। रीना गंदी फिल्में देखने की शौकीन निकली और उसके मोबाइल में 50 से भी ज्यादा आपत्तिजनक वीडियो मिले। इसके अलावा, वह सोशल मीडिया पर रील्स बनाने की भी शौकीन थी। पुलिस से बचने के लिए उसने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से सारे रील्स डिलीट कर दिए थे, ताकि वह दिखा सके कि उसके पास कोई मोबाइल नहीं है। हालांकि, अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, पुलिस के हत्थे चढ़ ही जाता है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ।
