रिपोर्ट नहीं, कार्रवाई चाहिए! आगरा में अवैध खनन पर डीएम की बड़ी बैठक, किरावली में बदलेगी तस्वीर?

Jagannath Prasad
3 Min Read

जिलेभर में अवैध खनन पर डीएम की सख्त कार्रवाई — एक साथ चलेगा आकस्मिक चेकिंग अभियान

किरावली बनी चुनौतीपूर्ण ज़ोन, नवागत एसडीएम नीलम तिवारी के सामने कड़ा इम्तिहान

आगरा। जनपद में अवैध खनन की बढ़ती गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने मोर्चा संभाल लिया है। उनकी अध्यक्षता में शुक्रवार को कैंप कार्यालय सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें अवैध खनन की रोकथाम हेतु ठोस रणनीति पर चर्चा हुई।

बैठक में जिला खनन अधिकारी ने बताया कि अवैध खनन में संलिप्त वाहन प्रायः मध्य प्रदेश और राजस्थान से आगरा की सीमाओं में प्रवेश करते हैं। इस पर डीएम ने सहायक पुलिस आयुक्तों को निर्देशित किया कि सीमावर्ती मार्गों पर बैरिकेडिंग कर सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए।डीएम ने जिला खनन अधिकारी को आदेशित किया कि प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाए और शीघ्र निगरानी तंत्र सक्रिय किया जाए। साथ ही, अवैध खनन स्थलों और संभावित मार्गों की पहचान करने के भी निर्देश दिए गए।राजस्व, पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीमें गठित कर पूरे जनपद में एक साथ आकस्मिक चेकिंग अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं। डीएम ने स्पष्ट कहा कि अवैध खनन में संलिप्त वाहनों और व्यक्तियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई के साथ भारी जुर्माना भी वसूला जाएगा।

See also  Agra Crime News: डिमांड पर वाहन चोरी करने वाले गैंग का खुलासा

किरावली: अवैध खनन का गढ़, नवागत एसडीएम नीलम तिवारी के सामने बड़ी चुनौती

किरावली तहसील लगातार अवैध खनन के कारण सुर्खियों में बनी हुई है। किसानों की लगातार शिकायतों के बाद तत्कालीन उपजिलाधिकारी राजेश जायसवाल और खनन अधिकारी सुशील कुमार द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर भी कई सवाल खड़े किए गए।अब किरावली की जिम्मेदारी नवागत उपजिलाधिकारी श्रीमती नीलम तिवारी को सौंपी गई है। क्षेत्र में अवैध खनन की गंभीर स्थिति को देखते हुए उनके सामने यह एक बड़ी प्रशासनिक चुनौती मानी जा रही है।

किरावली में उठी ‘रिपोर्ट नहीं, कार्रवाई चाहिए’ की मांग

किरावली तहसील क्षेत्र में अवैध खनन रोकने की मांग पहले से ही जोरों पर थी, लेकिन किसानों का आरोप है कि खनन माफिया बेधड़क तरीके से अवैध खनन को अंजाम देते रहे। इससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा, और चकबंदी क्षेत्र में प्रतिबंधित भूमि पर भी खनन किया गया।मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिससे लोगों में आक्रोश है। अब जबकि नीलम तिवारी ने बतौर उपजिलाधिकारी कार्यभार ग्रहण कर लिया है, क्षेत्रीय जनता की अपेक्षा है कि वह अवैध खनन पर सख्त नियंत्रण स्थापित करेंगी।स्थानीय लोगों ने कहा है कि, “नवागत एसडीएम के सामने यह अवैध खनन पर अंकुश लगाने की अग्निपरीक्षा है और अब जनता को केवल रिपोर्ट नहीं, जमीनी स्तर पर कार्रवाई चाहिए।”

See also  आगरा में नगर निगम की समीक्षा, मंडल आयुक्त के सुधारात्मक निर्देशों से बदलेंगे शहर के चेहरे!
TAGGED:
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement