आखिरकार! RCB चैंपियन: कोहली की कप्तानी में खत्म हुआ 18 साल का इंतजार, पंजाब को रोमांचक मुकाबले में हराकर रचा इतिहास!

Faizan Pathan
Faizan Pathan - Journalist
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अहमदाबाद, गुजरात: मंगलवार, 3 जून 2025 की रात 11:37 बजे, क्रिकेट इतिहास का एक नया अध्याय लिखा गया। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 18 साल के लंबे सफर में कभी खिताब न जीत पाने का टैग लेकर चल रही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आखिरकार IPL 2025 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। अहमदाबाद के विराट नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में RCB ने पंजाब किंग्स को मात्र छह रन के बेहद रोमांचक अंतर से शिकस्त देकर अपनी पहली IPL ट्रॉफी अपने नाम की। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही कप्तान विराट कोहली ने न सिर्फ अपने चैंपियन बनने का सपना पूरा किया, बल्कि RCB को IPL की आठवीं चैंपियन टीम के रूप में स्थापित कर दिया।

यह जीत RCB के लिए सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि दशकों का इंतजार, अनगिनत उम्मीदें और करोड़ों प्रशंसकों की अटूट निष्ठा का प्रतिफल है। टीम ने क्वालिफायर-1 जीतने वाली टीम के चैंपियन बनने के पिछले आठ सीज़न से चले आ रहे शुभ सिलसिले को भी कायम रखा, जो इस टीम के लिए एक अतिरिक्त प्रेरणा साबित हुई। इससे पहले, राजस्थान रॉयल्स, चेन्नई सुपर किंग्स, डेक्कन चार्जर्स, मुंबई इंडियंस, गुजरात टाइटंस, कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद जैसी दिग्गज टीमें यह खिताब जीत चुकी थीं, और अब इस विशिष्ट सूची में RCB का नाम भी सुनहरे अक्षरों में जुड़ गया है।
RCB की जुझारू पारी: सम्मानजनक स्कोर तक पहुंची टीम
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। टीम को शुरुआती झटके लगे, जब सलामी बल्लेबाज फिल सॉल्ट 9 गेंद में 16 रन (2 चौके, 1 छक्का) बनाकर तेज गेंदबाज जेमीसन का शिकार बन गए। लेकिन इसके बाद, कप्तान विराट कोहली (35 गेंद में 43 रन, 3 चौके) ने मयंक अग्रवाल (18 गेंद में 24 रन, 2 चौके, 1 छक्का) और बाद में रजत पाटीदार (16 गेंद में 26 रन) के साथ मिलकर पारी को संभालने का भरसक प्रयास किया। कोहली अपनी चिर-परिचित संयमित शैली में रन बनाते रहे और टीम को एक सम्मानजनक स्कोर की ओर ले जाने की कोशिश की।

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मध्यक्रम में, जितेश शर्मा ने सिर्फ 10 गेंदों में 2 चौके और 2 छक्कों की मदद से 24 रनों की आतिशी पारी खेलकर स्कोरबोर्ड को तेजी दी, लेकिन वे विजयकुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए। पारी के अंतिम ओवर में, पंजाब के अर्शदीप ने शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट झटके, जिसमें रोमारियो शेफर्ड (17 रन), क्रुणाल पंड्या (4 रन) और भुवनेश्वर कुमार (1 रन) के विकेट शामिल थे। बेंगलुरु ने 20 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 190 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। पंजाब की ओर से अर्शदीप और जेमीसन ने 3-3 विकेट लेकर RCB को बड़ा स्कोर बनाने से रोका, जबकि अजमतुल्लाह ओमरजई, विजयकुमार विषाक और युजवेंद्र चहल को भी 1-1 विकेट मिला।

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पंजाब की रोमांचक लेकिन अधूरी चेज़: शशांक सिंह का जुझारू प्रदर्शन

191 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स की शुरुआत आशाजनक रही थी। सलामी बल्लेबाज प्रियांश आर्या और प्रभसिमरन सिंह ने पहले विकेट के लिए 43 रनों की अच्छी साझेदारी निभाई। हालांकि, प्रियांश 24 रन बनाकर हेजलवुड की गेंद पर आउट हुए, और प्रभसिमरन सिंह भी 22 गेंद में 26 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कप्तान श्रेयस अय्यर फाइनल में अपना जादू नहीं चला सके और सिर्फ 1 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए, जिससे टीम दबाव में आ गई। जोश इंग्लिस ने 23 गेंद में 1 चौके और 4 छक्कों की मदद से 39 रनों की उपयोगी पारी खेलकर टीम को उम्मीद दी। नेहल वढेरा (15 रन), मार्कस स्टोइनिस (6 रन), और अजमतुल्लाह ओमरजई (1 रन) जैसे बल्लेबाज बड़ा योगदान नहीं दे सके।
हालांकि, पंजाब की ओर से शशांक सिंह ने अकेले दम पर अद्भुत बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उन्होंने सिर्फ 30 गेंदों में 3 चौके और 6 छक्कों की मदद से 61 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिससे मैच अंतिम ओवरों तक रोमांचक बना रहा। शशांक ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से RCB के खेमे में चिंता बढ़ा दी थी और जीत की उम्मीदों को जीवित रखा। लेकिन उनकी यह जुझारू पारी भी टीम को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं थी। निर्धारित 20 ओवर में पंजाब की टीम 7 विकेट पर 184 रन ही बना सकी और महज 6 रन से मुकाबला हार गई। बेंगलुरु के लिए भुवनेश्वर कुमार और क्रुणाल पंड्या ने 2-2 विकेट लेकर महत्वपूर्ण सफलताएं दिलाईं, वहीं यश दयाल, जोश हेजलवुड और रोमारियो शेफर्ड को भी 1-1 विकेट मिला।
जीत के अंतिम क्षणों में मैदान पर RCB के खिलाड़ियों और उनके प्रशंसकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। 18 साल का इंतजार जब खत्म हुआ, तो विराट कोहली और उनकी टीम के चेहरे पर खुशी और राहत के आंसू साफ देखे जा सकते थे। यह जीत सिर्फ एक टीम की नहीं, बल्कि उन सभी क्रिकेट प्रेमियों की जीत थी, जिन्होंने वर्षों तक RCB को चैंपियन बनते देखने का सपना देखा था।

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फैजान पठान, संवाददाता दैनिक अग्र भारत समाचार, पिछले पाँच वर्षों से भी अधिक राजनीति और सामाजिक सरोकारों पर गहन रिपोर्टिंग कर रहा हु। मेरी लेखनी समाज की सच्चाइयों को सामने लाने और जनसमस्याओं को आवाज़ देने के लिए जानी जाती है। निष्पक्ष, निर्भीक और जनहित पत्रकारिता के करता आया हु और करता रहूंगा। ( कलम से सच बोलना मेरी पहचान है। )
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