झाँसी, सुल्तान आब्दी: वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान को नमन करने और उनकी शौर्य गाथा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए इस वर्ष भी 17 जून को ‘महारानी लक्ष्मीबाई बलिदान ज्योति यात्रा’ धूमधाम से निकाली जाएगी। पिछली 18 वर्षों से राष्ट्रभक्त संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष अंचल अर्जरिया के नेतृत्व में आयोजित होने वाली यह यात्रा, दोपहर 3:00 बजे झाँसी किले की प्राचीर से प्रारंभ होकर ग्वालियर में रानी झाँसी बलिदान स्थल तक पहुँचेगी।
झाँसी से ग्वालियर तक भव्य स्वागत
यात्रा का प्रारंभ झाँसी किले से होगा, जिसके बाद यह एलिट चौराहा, सीपरी बाजार, आवास विकास चौराहा और बिहारी तिराहा होते हुए बाईपास मार्ग से ग्वालियर के लिए प्रस्थान करेगी। इस यात्रा में करीब 700 बाइक और 50 चार पहिया वाहन सम्मिलित होंगे, जो एक विशाल काफिले का रूप धारण करेगा।
झाँसी में जगह-जगह इस यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके अलावा, दतिया, डबरा और ग्वालियर में भी यह यात्रा लगभग 6 किलोमीटर तक चलेगी, जहाँ सड़क के दोनों ओर खड़े स्त्री-पुरुष पुष्प वर्षा कर यात्रा का अभिनंदन करेंगे।
बलिदान स्थल पर CM मोहन यादव करेंगे मेला शुभारंभ
यह गौरवशाली यात्रा अंततः ग्वालियर स्थित रानी झाँसी बलिदान स्थल पहुँचेगी। यहाँ पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा तीन दिवसीय मेले का भव्य शुभारंभ किया जाएगा। इस मेले में रानी लक्ष्मीबाई के समस्त अस्त्र-शस्त्रों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी को उनकी वीरता और बलिदान से प्रेरणा मिलेगी।
यात्रा में कई विधायकों की भी सहभागिता रहेगी, जो इस आयोजन के महत्व को और बढ़ाएगी। यह यात्रा न केवल रानी लक्ष्मीबाई के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करती है, बल्कि देशवासियों को एकता और राष्ट्रभक्ति का संदेश भी देती है।