एटा : जिले के जलेसर थाना क्षेत्र के कोसमा गांव में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है। मामूली विवाद को लेकर तीन युवकों ने मिलकर गांव के ही युवक हुसैन अली का अपहरण किया, बेरहमी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और फिर शव को जलाकर हड्डियां और राख तक नहर में बहा दी। पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार, कोसमा गांव निवासी हसन अली ने पुलिस को बताया कि उसका छोटा भाई हुसैन अली 9 जून की रात करीब 10:30 बजे से लापता था। परिजनों द्वारा 12 जून को जलेसर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस जब हुसैन की तलाश में जुटी थी, तभी 15 जून को उसके तहेरे भाई शाहरुख ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि गांव के ही रोहित कुशवाह, प्रदीप कुशवाह और मोहन कुशवाह उसे गाड़ी में डालकर टूंडला की ओर ले गए थे।
पुलिस ने जब इस सूचना के आधार पर जांच तेज की तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। सीओ जलेसर ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी शुरू में पुलिस को गुमराह करते रहे। लेकिन सर्विलांस टीम और थाना पुलिस की संयुक्त जांच में सच्चाई उजागर हो गई। हुसैन ने अपने भाई का मोबाइल साथ ले रखा था, जिससे उसकी लोकेशन ट्रैक हो सकी। आरोपियों ने 500 रुपये में एक पुराना मोबाइल खरीदकर हसन को कॉल भी किया था, लेकिन कुछ बोले नहीं।
जब आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि करीब आठ माह पहले हुसैन ने उनकी भैंस खोल दी थी, और कार निकालते समय गाली-गलौज भी करता था। इसी रंजिश के चलते उन्होंने उसे अगवा कर कोतवाली देहात क्षेत्र में ले जाकर गला घोंटकर मार डाला। फिर शव को बिटौरे में जला दिया और उसकी राख व हड्डियों को हजारा नहर में बहा दिया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस निर्मम हत्या से पूरे गांव में सनसनी फैल गई है और लोग हैरान हैं कि छोटी-छोटी बातों में इंसानियत किस तरह से दम तोड़ रही है।
