भरतपुर, राजस्थान: भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही जंग में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। भरतपुर जिले के गहनौली मोड़ पुलिस थाने में तैनात सहायक उप निरीक्षक (ASI) पृथ्वीराज को गुरुवार (19 जून 2025) को ₹5,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई रूपवास मेला मैदान के पास की गई, जिसने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है।
क्या है पूरा मामला?
ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के अनुसार, एसीबी को अलवर निवासी एक परिवादी (शिकायतकर्ता) ने शिकायत दी थी। परिवादी ने बताया कि उसकी ईको वेन गाड़ी के एक्सीडेंट प्रकरण में कोर्ट से गाड़ी को छुड़वाने और केस में आगे की कार्यवाही में मदद करने के बदले ASI पृथ्वीराज ₹5,000 की रिश्वत की मांग कर रहा था।
परिवादी ने रिश्वत की मांग से परेशान होकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से संपर्क किया और अपनी शिकायत दर्ज कराई। एसीबी ने शिकायत की सत्यता की पुष्टि की और आरोपी ASI को रंगे हाथों पकड़ने के लिए एक सुनियोजित जाल बिछाया।
ऐसे पकड़ा गया रिश्वतखोर ASI
गुरुवार को, जब ASI पृथ्वीराज परिवादी से ₹5,000 की रिश्वत ले रहा था, उसी वक्त एसीबी की टीम ने उसे मौके पर ही दबोच लिया। यह कार्रवाई डीआईजी राजेश सिंह की निगरानी में और एएसपी अमित सिंह के कुशल नेतृत्व में की गई। टीम ने बड़ी गोपनीयता और तत्परता से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
आगे की कार्यवाही जारी
गिरफ्तारी के बाद, आरोपी ASI पृथ्वीराज से गहनता से पूछताछ की जा रही है। एसीबी ने उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच प्रक्रिया जारी है। इस गिरफ्तारी से पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए एसीबी की प्रतिबद्धता एक बार फिर साबित हुई है।