आगरा: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आगरा के लिए एक महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार, 23 जून से 25 जून तक जिले में वर्षा, आंधी-तूफान के साथ वज्रपात (बिजली गिरने) की संभावना है। इसे देखते हुए, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) शुभांगी शुक्ला ने आमजन के बचाव हेतु एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है।
वज्रपात से बचाव के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
एडवाइजरी में विशेष रूप से वज्रपात (आकाशीय बिजली) से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए गए हैं:
- पशुओं की सुरक्षा: खराब मौसम के दौरान पशुओं को खुले में या पेड़ों, टीन शेड के नीचे न बांधें। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखें। पशुओं को चरने के लिए भी बाहर न छोड़ें, क्योंकि वे भी खुद को सुरक्षित रखने के लिए पेड़ों के नीचे छिपते हैं, जो वज्रपात के दौरान सुरक्षित नहीं होता।
- घर से बाहर न निकलें: खराब मौसम में कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले।
- सुरक्षित आश्रय: छिपने के लिए हमेशा पक्के मकान का ही प्रयोग करें। पेड़ों के नीचे या खुले में रहने से बचें।
- जंगली क्षेत्र में बचाव: यदि आप जंगली क्षेत्र में हों, तो बड़े पेड़ों के नीचे छिपने के बजाय छोटे पेड़ों के नीचे जाएं और अपने पैरों के नीचे सूखी लकड़ी या पत्ते रख लें।
- इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं से दूरी: बारिश के दौरान बर्तन धोने, नहाने या कपड़े धुलने से बचें। किसी भी इलेक्ट्रॉनिक वस्तु जैसे टीवी, कूलर या अन्य उपकरण को न छुएं।
- मोबाइल फोन का उपयोग: आंधी-तूफान और वज्रपात के दौरान मोबाइल फोन पर बात करने से बचें।
- जर्जर मकानों से दूरी: जर्जर या कमजोर मकानों से दूर रहें, क्योंकि तेज हवाओं या वज्रपात से उन्हें नुकसान हो सकता है।
यह एडवाइजरी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण आगरा द्वारा जनहित में जारी की गई है, ताकि नागरिक इस प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित रह सकें।
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