प्रतापगढ़, विशाल त्रिपाठी : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में गुरुवार को एक ही परिवार के तीन सदस्यों की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत से हड़कंप मच गया। पुलिस प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या का मामला मान रही है, लेकिन घटना के कई पहलू इसे संदिग्ध बना रहे हैं, खासकर पांच महीने के मासूम का सकुशल बचना। यह घटना सरेबाजार चर्चा का विषय बनी हुई है।
प्रशासनिक अमले में अफरातफरी, फोरेंसिक टीम जांच में जुटी
जैसे ही इस दिल दहला देने वाली घटना की खबर फैली, जिले के प्रशासनिक अमले में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय, लालगंज एसडीएम शैलेंद्र वर्मा, सीओ लालगंज रामसूरत सोनकर, सीओ आशुतोष मिश्र और लीलापुर प्रभारी निरीक्षक अरुण सिंह भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी के निर्देश पर फोरेंसिक टीम ने तुरंत घटनास्थल की गहन जांच शुरू कर दी है, ताकि मौत के कारणों का पता लगाया जा सके।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना लीलापुर थाना क्षेत्र के सगरा सुंदरपुर बाजार की है। रायबरेली जिले का निवासी अंकित पटवा (24) अपनी पत्नी रिया (22) और मां आशा देवी (52) के साथ यहां अपनी ननिहाल में रहता था। अंकित की शादी डेढ़ साल पहले हुई थी और पांच महीने पहले ही उसे एक बेटा हुआ, जिसका नाम कार्तिक है। बुधवार की रात परिवार के तीनों सदस्य मासूम कार्तिक के साथ खाना खाकर कमरे में सोने चले गए।
गुरुवार की सुबह जब दूध देने वाला शंभू पहुंचा और दरवाजा नहीं खुला, तो उसने पड़ोसी से फोन करवाया। अंकित और उसकी मां का फोन न उठने पर पड़ोसी को किसी अनहोनी की आशंका हुई और उसने सगरा सुंदरपुर पुलिस चौकी में सूचना दी। सूचना मिलते ही लीलापुर पुलिस फौरन मौके पर पहुंची। पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर बेड पर मां, बेटे और बहू का शव देखकर सभी लोग सन्न रह गए। अंकित की नानी यशोदा देवी भी एक साथ तीन शवों को देखकर चीख पड़ीं।
पुलिस जांच जारी, पीएम रिपोर्ट का इंतजार
हादसे की सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय और सीओ लालगंज रामसूरत सोनकर भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तीनों शवों का पंचनामा करवाया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। सरेबाजार एक साथ तीन मौतों की खबर सुनकर बाजार और आसपास के गांवों के लोग भारी संख्या में अंकित पटवा के दरवाजे पर जमा हो गए। एसपी डॉ. अनिल कुमार ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और फोरेंसिक टीम को तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच व साक्ष्य जुटाने के निर्देश दिए।
मुंह से झाग और मासूम का बचना, बढ़ा रहा संदेह
घटनास्थल पर मिले तीनों शवों के मुंह से झाग निकल रहा था, जिसके आधार पर पुलिस प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या मान रही है। हालांकि, घटनास्थल पर जुटे लोगों के मन में पांच माह के मासूम कार्तिक का बच जाना घटना को संदेह के घेरे में ला रहा है। लोगों में यह चर्चा देखी गई कि अगर यह आत्महत्या है, तो मासूम के माता-पिता किसके सहारे पांच महीने के बच्चे को छोड़ गए। मृतक की नानी यशोदा देवी भी काफी वृद्ध हो चुकी हैं।
जमीनी रंजिश का एंगल भी चर्चा में
घटनास्थल पर दबी जुबान से मृतक परिवार के जमीनी रंजिश का मामला भी चर्चा में रहा। अंकित के पिता राकेश ने उसकी मां को करीब पच्चीस वर्ष पहले छोड़ दिया था, जिसके बाद से अंकित की मां अपने मायके में रहने लगीं। डेढ़ वर्ष पहले ही अंकित की धूमधाम से शादी हुई थी और पांच माह के मासूम के घर में किलकारी गूंजने पर परिवार में हंसी-खुशी का माहौल और गहरा गया था।
भावुक कर देने वाला पल
घटनास्थल पर जुटे लोगों की आंखें उस समय भर आईं, जब बार-बार मासूम कार्तिक शवों को निहारते हुए बिलख रहा था। इधर, घटना की जानकारी पाकर क्षेत्रीय विधायक जीतलाल पटेल भी मौके पर पहुंचे और यशोदा देवी को ढांढ़स बंधाया। एक साथ हुई तीन मौतों की घटना पूरे जिले में पूरे दिन सनसनीखेज चर्चा का विषय बनी रही। पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार है।
एसपी का बयान: पीएम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच पर टिकी उम्मीदें
एसपी डॉ. अनिल कुमार के मुताबिक, शवों का पोस्टमार्टम पैनल के साथ वीडियोग्राफी के बीच कराया जाएगा। देर शाम मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सकों ने जहर से मौत होने की संभावना व्यक्त की है। विसरा प्रिजर्व कर अनुसंधान केंद्र परीक्षण हेतु भेजा जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद घटना का रुख फूड प्वाइजनिंग की ओर भी आंका जा रहा है।
क्या कहते हैं एसपी:
डॉ. अनिल कुमार, पुलिस अधीक्षक, प्रतापगढ़ ने कहा, “तीन मौतों की इस घटना की डॉक्टर्स के पैनल के द्वारा वीडियोग्राफी के साथ शव के पोस्टमार्टम कराए जाएंगे। घटना को लेकर फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। तीनों शव के मुंह से झाग देखा गया है। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। घटना को लेकर तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।”