दहेज के दानवों ने इंसानियत को फिर किया शर्मसार, घायल हालत में टेंपो से धक्का देकर भागे आरोपी
किरावली (आगरा)।जिस रिश्ते की शुरुआत ‘कबूल है’ से हुई थी, वह रिश्ता लालच की दरारों में टूट गया। किरावली की एक मूक-बधिर नवविवाहिता के साथ हुए बर्बर अत्याचार ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। आरोप है कि ससुराल वालों ने बेटी के दिव्यांग होने का मज़ाक बनाया, उसे पैसों की तराजू में तौला और जब लालच की भूख न मिटी, तो उसे घायल कर टेंपो से सड़क पर फेंक दिया।पीड़िता की मां सिरोज पत्नी स्व. जब्बार निवासी नालबंद चौक, किरावली ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि उन्होंने 5 जून 2023 को अपनी मूक-बधिर बेटी शवाना का निकाह मथुरा के धोली प्याऊ निवासी शेर मोहम्मद पुत्र नसरुद्दीन के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज से कराया था। लड़के वालों को पहले ही लड़की की स्थिति की जानकारी दे दी गई थी। 10 लाख रुपये में रिश्ता तय हुआ था।
शुरू में प्यार, फिर तकरार — और फिर अत्याचार
निकाह के कुछ महीनों तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन फिर शुरू हुआ दहेज का नाटक। आरोप है कि शेर मोहम्मद, उसकी मां, जिठानी और जेठ रफीक ने शवाना से 20 लाख रुपये लाने की मांग शुरू कर दी। पैसे न मिलने पर उसे यातनाएं दी गईं — कभी भूखा रखा गया, कभी पीटा गया, कभी कमरे में बंद कर दिया गया।
सड़क पर फेंकने की साजिश — “अब मर भी जाए तो फर्क नहीं”
घटना वाले दिन रात के अंधेरे में शवाना को मथुरा से किरावली लाया गया। एक टेंपो से उसे लहूलुहान हालत में चौराहे पर फेंककर आरोपी फरार हो गए। गनीमत रही कि राहगीरों ने युवती को पहचान लिया और परिजनों को सूचना दी।
पीड़िता ने किया इशारों में खुलासा
घटना से डरी-सहमी शवाना ने इशारों में अपनी मां को बताया कि उसे जेठ ने गला दबाकर मारने की कोशिश की थी। पूरे ससुराल ने मिलकर उसे प्रताड़ित किया। बेटी की हालत देखकर मां सिरोज की आंखें छलक उठीं — लेकिन न्याय की उम्मीद अब भी कायम है।
किरावली पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पीड़िता की तहरीर पर थाना किरावली पुलिस ने पति शेर मोहम्मद, ससुर नसरुद्दीन, जेठ रफीक, जिठानी परवीन और सास के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या कहता है समाज?
क्या मूक-बधिर होना गुनाह है? क्या बेटियों की कीमत अब लाखों में आँकी जाएगी? यह घटना न केवल दिल को झकझोरती है, बल्कि समाज और व्यवस्था दोनों पर सवाल भी खड़े करती है।