आगरा: उत्तर प्रदेश सरकार के स्कूलों को मर्ज करने के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) ने आगरा में जोरदार प्रदर्शन किया। आज पार्टी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर एक विशाल मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज कराया और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि सरकार का यह फैसला गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का एक षड्यंत्र है।
30 से कम छात्र संख्या वाले स्कूल होंगे मर्ज: 27 हजार से अधिक स्कूलों पर खतरा
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है, जिसके तहत 30 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को दूसरे स्कूलों में मर्ज किया जाएगा। आम आदमी पार्टी का दावा है कि सरकार के इस फैसले से राज्य के 27 हजार से अधिक स्कूलों पर बंदी का खतरा मंडरा रहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह कदम शिक्षा के अधिकार का हनन है और इससे ग्रामीण व गरीब तबके के बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित होगी।
‘स्कूल बंद नहीं होने देंगे’: AAP नेताओं का सरकार को सीधा अल्टीमेटम
प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के नेताओं ने यूपी सरकार को सीधा अल्टीमेटम दिया। उन्होंने एलान किया कि वे किसी भी कीमत पर इन स्कूलों को बंद नहीं होने देंगे। नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित रखने का षड्यंत्र रच रही है।
कलेक्ट्रेट पर मौजूद AAP कार्यकर्ताओं ने सरकार के इस फैसले को शिक्षा विरोधी करार दिया और तुरंत वापस लेने की मांग की। उनका कहना था कि स्कूलों को बंद करने के बजाय सरकार को शिक्षा के स्तर को सुधारने और स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने अपना फैसला वापस नहीं लिया, तो उनका यह आंदोलन और भी तेज़ होगा और वे सड़कों पर उतरकर व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे।