छह–सात नामजद सहित अज्ञात लोगों के विरुद्ध थाना पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
अछनेरा। थाना अछनेरा क्षेत्र में बीते एक माह से लगातार हुई कई चोरी घटना सहित लूट की वारदात पुलिस के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई हैं। इन्हीं वारदातों के सिलसिले में गुरुवार देर रात थाना पुलिस की एक टीम सिविल ड्रेस में गांव छः पोखर में पूछताछ करने पहुंची, जहां एक संदिग्ध युवक को पकड़ने पर पुलिस टीम को ग्रामीणों के विरोध और हमले का सामना करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस टीम ने गांव से एक संदिग्ध युवक कान्हा नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया था। आरोप है कि जब टीम युवक को गाड़ी में बैठाकर रवाना हुई, तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। उसकी आवाज सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और पुलिस की दोनों गाड़ियों को घेर लिया। शुरुआती कहासुनी के बाद विवाद बढ़ गया, जो अभद्रता और नोकझोंक होते हुए मारपीट तक पहुंच गया।स्थिति बिगड़ती देख थाना अछनेरा से अतिरिक्त फोर्स बुलाया गया। चार और पुलिस गाड़ियों में पहुंची टीम ने ग्रामीणों की भीड़ के बीच से घिरे दो एसएसआई — नवजीत सिंह और राघवेंद्र सिंह — को बाहर निकालकर थाने पहुंचाया। इस दौरान संदिग्ध युवक को भी पुलिस थाने ले जाने में सफल रही।हालांकि, थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार द्विवेदी ने कहा, “संदिग्ध की तलाश में सिविल ड्रेस में पुलिस टीम गई थी। ग्रामीणों को जानकारी नहीं थी कि वे पुलिसकर्मी हैं, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई। जब हल्का एसएसआई मौके पर पहुंचे, तब स्थिति स्पष्ट हुई और नियंत्रण में आ गई। किसी प्रकार की गंभीर मारपीट नहीं हुई है।उधर, उपनिरीक्षक स्तर के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि इस घटनाक्रम को लेकर छह–सात नामजद सहित अज्ञात लोगों के विरुद्ध अभद्रता और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में विधिक कार्रवाई की जा रही है।इस मामले में गांव छः पोखर से एक युवक एवं अगनपुरा से दो अन्य लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया था, जिनमें से एक नाबालिग को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।स्थानीय ग्रामीणों में इस घटनाक्रम को लेकर चर्चाएं तेज हैं। एक ओर जहां पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के खुलासे में हो रही देरी से लोगों में असंतोष भी गहराता जा रहा है।क्षेत्रीय लोगों ने घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की है।