प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में अवैध धर्मांतरण का एक बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने झाड़-फूंक और तथाकथित ‘चंगाई सभा’ के नाम पर लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में एक महिला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
गुप्त सूचना पर पुलिस की छापेमारी
अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) संजय राय ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस की टीम ने जेठवारा थाना क्षेत्र के कच्चा दुबे का पुरवा गांव में छापेमारी की और आरोपियों को दबोच लिया। तलाशी के दौरान पुलिस को आपत्तिजनक धार्मिक पोस्टर, एक लकड़ी का क्रॉस, धार्मिक साहित्य और ईसा मसीह की तस्वीरें मिलीं, जो अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों की ओर इशारा करती हैं। अपर पुलिस अधीक्षक ने पुष्टि की कि यह कार्रवाई उन गंभीर आरोपों के बाद की गई है जिनमें दावा किया गया था कि आरोपी धर्म परिवर्तन में शामिल थे और लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए बहका रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान इस प्रकार है:
- दूधनाथ निवासी रामचंद्र वर्मा
- गहरी निवासी राजेंद्र वर्मा
- भग्गूपुरवा निवासी राम सनेही सरोज, अशोक सरोज और सुरेंद्र उर्फ कल्लू सरोज
- संसारीपुर निवासी मुकेश कुमार सरोज
- ढिंगवास निवासी सुनील सरोज इनके अलावा, पुलिस ने एक महिला को भी गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान अभी उजागर नहीं की गई है।
कानूनी कार्रवाई और शिकायतकर्ता का बयान
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए लोगों के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 की धारा 3/5(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई स्थानीय निवासी मनीष दुबे की शिकायत पर की गई। शिकायतकर्ता मनीष के अनुसार, पिछले 6 महीने से उनके गांव में झाड़-फूंक के नाम पर ‘चंगाई सभा’ का आयोजन किया जा रहा था। इस दौरान लोगों को बीमारियों से ठीक करने का झांसा देकर और अन्य प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता था।
पुलिस अब इस रैकेट के अन्य पहलुओं और संभावित लिंक की भी जांच कर रही है।