Jhansi news, सुल्तान आब्दी, झाँसी में कानून के दुरुपयोग का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला कांस्टेबल ने अपने पति, जो कि एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) हैं, और उनके दोस्त के खिलाफ कथित तौर पर झूठा सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। इस घटना ने शादी जैसे पवित्र रिश्ते को भी कलंकित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
झाँसी में तैनात महिला कांस्टेबल ने चिरगाँव थाने में तैनात एसआई रविकांत गोस्वामी और उनके एक दोस्त के खिलाफ मथुरा के जमुनापार थाने में सामूहिक दुष्कर्म, मारपीट और वीडियो वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है।
महिला कांस्टेबल का आरोप है कि एसआई रविकांत गोस्वामी ने उसे एक गेस्ट हाउस के कमरे में बुलाया, जहाँ उसे जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश कर दिया और फिर दुष्कर्म किया। उसने यह भी आरोप लगाया कि बेहोशी की हालत में उसका आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें भी ली गईं। इसके बाद, दरोगा ने उसे मुरादाबाद बुलाया, जहाँ एक होटल के कमरे में दरोगा और उसके दोस्त ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
सामने आया नया मोड़: प्रेम विवाह और आपसी कलह
इस पूरे घटनाक्रम में एक नया मोड़ तब आया जब सामने आए दस्तावेजों से पता चला कि महिला सिपाही और एसआई रविकांत ने 21 जून 2023 को मुरादाबाद में 100 रुपये के स्टांप पेपर पर नोटरी करवाकर प्रेम विवाह किया था। हालाँकि, दोनों की पोस्टिंग अलग-अलग स्थानों पर होने के कारण सिर्फ 15 दिनों के भीतर ही उनके बीच आपसी कलह शुरू हो गई, जिसके बाद दोनों ने अलग-अलग जीवन जीने का फैसला कर लिया था।
एसआई ने पहले ही दायर किया था तलाक का मुकदमा
एसआई रविकांत गोस्वामी ने पहले ही अपनी पत्नी, महिला सिपाही पर कई आरोप लगाते हुए मुरादाबाद के परिवार न्यायालय में तलाक के लिए याचिका दायर की थी। इसकी सूचना डाक के माध्यम से महिला सिपाही के घर भी भेजी गई थी। परिवार न्यायालय मुरादाबाद में इस मामले की अगली सुनवाई 19 अगस्त को होनी थी, जहाँ महिला को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखना था।
पहले भी दिए थे झूठे शिकायती पत्र
इससे पहले भी, महिला सिपाही ने मुरादाबाद के एसएसपी कार्यालय में अपने पति एसआई रविकांत के खिलाफ झूठे शिकायती पत्र दिए थे। जब इन शिकायतों की जाँच की गई थी, तो पति-पत्नी के बीच आपसी कलह ही इसका मुख्य कारण सामने आया था।
कानून का दुरुपयोग और सच्चाई छिपाने का आरोप
इस पूरे घटनाक्रम में यह स्पष्ट होता है कि महिला सिपाही ने सच्चाई को छिपाते हुए कानून का दुरुपयोग किया है। उसने एक सोची-समझी साजिश के तहत अपने ही पति और उसके दोस्त को दुष्कर्म जैसे घिनौने आरोप लगाकर बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
अब देखना यह होगा कि पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी कानून का दुरुपयोग करने वाली इस महिला सिपाही के प्रति क्या रुख अपनाते हैं, या फिर एसआई पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जाँच कर पुलिस विभाग में उनका सम्मान बहाल किया जाएगा।
