भरतपुर, राजस्थान : भरतपुर स्थित किला के शहीद स्मारक पर महारानी किशोरी महिला जाट एकता मंच द्वारा ‘शहीद दिवस’ का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कारगिल विजय दिवस के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई. भारतीय सेना के उन वीर जवानों की शहादत को याद करते हुए मंच की सदस्यों ने कैंडल जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए, जिन्होंने देश की आन-बान-शान के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे. यह आयोजन देश के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम बन गया.
कारगिल युद्ध: एक गौरवपूर्ण इतिहास की गाथा
मंच की अध्यक्ष रचना अहलावत ने इस अवसर पर कारगिल युद्ध के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि आज से ठीक 26 वर्ष पहले, 26 जुलाई 1999 को, भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच कारगिल युद्ध का समापन हुआ था. यह युद्ध लगभग 84 दिनों तक चला और भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए विजय प्राप्त की. अहलावत ने बताया, “कारगिल की लड़ाई में लगभग 527 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे. यह युद्ध दुनिया के सबसे दुर्गम और ऊंचाई वाले इलाकों में लड़ा गया था, जहाँ तापमान डिग्री से डिग्री सेल्सियस तक रहता है.” उन्होंने आगे कहा कि 26 जुलाई 1999 को आधिकारिक तौर पर कारगिल युद्ध की समाप्ति हुई थी, और इस जंग में भारतीय सैनिकों की गौरवपूर्ण जीत तथा देश के लिए जवानों की शहादत इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर एक अमर गाथा बन गई है.
देशभक्ति और प्रेरणा का संदेश

मंच की सचिव प्रियंका चौधरी ने कारगिल विजय दिवस को ‘मां भारती के उन वीर सपूतों के अप्रतिम साहस और शौर्य’ का स्मरण दिवस बताया. उन्होंने कहा, “यह दिन हमें उन वीरों की याद दिलाता है, जिन्होंने देश के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. मातृभूमि के लिए मर-मिटने का उनका जज्बा हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा.” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे आयोजन नई पीढ़ी को अपने देश के इतिहास और उसके लिए दिए गए बलिदानों से परिचित कराते हैं, जिससे उनमें देशभक्ति की भावना और मजबूत होती है.
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख हस्तियां
इस श्रद्धांजलि सभा में महारानी किशोरी महिला जाट एकता मंच की कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहीं. इनमें महिला संगठन की अध्यक्ष रचना अहलावत, उपाध्यक्ष रविता फौजदार, सचिव प्रियंका चौधरी, कोषाध्यक्ष सुमन सिंह, तथा अन्य सदस्य जैसे तनु राणा, मोनिका, पूजा, मुस्कान, राजकुमारी, और संगीता प्रमुख रूप से शामिल थीं. सभी ने मिलकर शहीदों को नमन किया और उनके बलिदान को याद किया.
