झाँसी, उत्तर प्रदेश: झाँसी जनपद की मोंठ तहसील में गुरुवार को भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी (आसपा) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और सामाजिक न्याय से जुड़ी कई महत्वपूर्ण समस्याओं का तत्काल समाधान करने की मांग की गई।
स्कूल की जर्जर हालत और पेयजल संकट
ज्ञापन में सबसे पहले ग्राम पंचायत काण्डौर के प्राथमिक विद्यालय की जर्जर हालत का जिक्र किया गया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि स्कूल की छत इतनी खराब हो चुकी है कि कभी भी गिर सकती है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए शिक्षक खुले मैदान में कक्षाएँ चला रहे हैं। हाल ही में राजस्थान में हुई घटनाओं का हवाला देते हुए जल्द से जल्द स्कूल के पुनर्निर्माण की मांग की गई। इसके अलावा, गांव में पेयजल की समस्या को भी उठाया गया, जहां नल-जल योजनाएँ ठप पड़ी हैं और लोगों को दूर से पानी लाना पड़ रहा है। सड़कों की खराब हालत भी एक बड़ी समस्या के रूप में सामने रखी गई।
बाबा साहब के नाम पर आवंटित पार्कों पर कब्जे का आरोप
ज्ञापन में ग्राम पंचायत बरनाया, जौंरा और शाहजहांपुर सहित कई क्षेत्रों में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम पर आवंटित पार्कों पर दबंगों द्वारा कब्जा किए जाने का आरोप लगाया गया। कार्यकर्ताओं ने इसे बाबा साहब का अपमान बताते हुए सभी पार्कों को कब्जामुक्त कराकर वहाँ बाबा साहब की मूर्तियों की स्थापना करने की मांग की।
आंदोलन की चेतावनी
आसपा जिलाध्यक्ष सोनू आजाद और भीम आर्मी जिलाध्यक्ष डॉ. रनजीत ने चेतावनी दी है कि यदि इन मुद्दों पर जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो दोनों संगठन मिलकर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे। ज्ञापन की एक प्रति प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी झाँसी को भी भेजी गई है।
इस प्रदर्शन में मोंठ नगर अध्यक्ष राजपाल सिंह सहित मुन्ना मेवाती, रोशन सिंह, रुक्मणी बौद्ध, कासिम खान, अकरम, भानु प्रताप, अर्चना, शिखा, अरमान, यशवंत, साहिल, कल्लू, रोहित, धर्मेंद्र वाल्मीकि, लालू राजपूत और राजीव वर्मा जैसे दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।