एटा। समाजवादी पार्टी की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय और प्रभावशाली माने जाने वाले पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव एवं उनके छोटे भाई, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव को बुधवार को बड़ी राहत मिली है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दोनों नेताओं को सात अलग-अलग मुकदमों में जमानत प्रदान कर दी। इस आदेश के साथ ही तीन साल से कारागार में बंद इन नेताओं की रिहाई का रास्ता साफ हो गया है।
करीब तीन वर्षों में दर्ज हुए 80 से अधिक मुकदमों के चलते दोनों भाई न्यायिक हिरासत में थे। लंबित चल रही जमानत अर्जी पर बुधवार, 24 सितंबर को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, जहां अदालत ने दोनों नेताओं को बेल प्रदान कर दी। जैसे ही यह खबर जनपद एटा और आसपास के क्षेत्रों में फैली, सपा समर्थकों और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई।
गौरतलब है कि पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव का जनपद की राजनीति में मजबूत आधार रहा है। दोनों भाइयों पर विगत वर्षों में 80 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे, जिनमें लगातार सुनवाई चल रही थी। अदालत से जमानत मिलने के बाद अब यह माना जा रहा है कि जल्द ही दोनों नेता जेल से बाहर आ जाएंगे।
सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह फैसला न्याय की जीत है और इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों नेता जेल से बाहर आने के बाद जनता के बीच सक्रिय होकर फिर से राजनीति की मुख्यधारा में लौटेंगे। वहीं, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उनकी रिहाई के बाद जनपद की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो सकती है।
लंबे समय से अपने नेताओं की रिहाई का इंतजार कर रहे समर्थक अब उत्साह में हैं। अब दोनों नेताओं की रिहाई को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।