बुधवार सुबह निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष शिवकुमार रायकवार उर्फ एस.के. बाबा की पत्नी नीलू रायकवार का शव फांसी के फंदे से लटकता मिला। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
नीलू की मां रेखा रायकवार ने दामाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “मेरे दामाद के कई महिलाओं से संबंध थे। जब नीलू ने इसका विरोध किया, तो वह उसके साथ मारपीट करता था। इसी मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर नीलू ने यह कदम उठाया।”
फोन न उठाने पर मां ने दी थी सूचना
बुधवार सुबह करीब 9 बजे रेखा रायकवार ने रोज़ की तरह बेटी को कॉल किया। कई बार फोन करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला। जब चिंता बढ़ी, तो वे सीधे नीलू के किराए के मकान पर पहुंचीं।
दरवाज़ा अंदर से बंद था। बार-बार खटखटाने के बावजूद कोई हलचल नहीं हुई। आसपास के लोगों की मदद से पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाज़ा तोड़ा तो नीलू का शव फंदे से लटका मिला।
पुलिस ने शव को नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और घर की तलाशी ली। मौके से मोबाइल फोन, चैट रिकॉर्ड और कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
मां का आरोप: “आठ महीने पहले भी किया था घर से बाहर”
मृतका की मां ने बताया कि नीलू का वैवाहिक जीवन पिछले कुछ महीनों से तनाव में था।
“आठ महीने पहले मेरे दामाद ने नीलू को पीटकर घर से निकाल दिया था। वह मायके में रह रही थी। जब-जब वह ससुराल गई, लड़ाई हुई। मंगलवार को वह बच्चों से मिलने ससुराल गई थी। रात वहीं रुक गई, पर सुबह फोन नहीं उठा,”
रेखा रायकवार ने कहा।
पति बोले – “यह आत्महत्या नहीं, साजिश है”
नीलू के पति शिवकुमार रायकवार (एस.के. बाबा) ने पत्नी की मौत को आत्महत्या मानने से इनकार किया।
“मुझे दोपहर 12:30 बजे फोन आया कि नीलू की तबीयत खराब है। जब पहुंचा, तो सब खत्म हो चुका था। वह खुश थी, गाड़ी खरीदने की बात कर रही थी। यह आत्महत्या नहीं लगती, साजिश है,”
उन्होंने कहा।
एस.के. बाबा ने दावा किया कि “कुछ लोग मेरे राजनीतिक प्रभाव को कमजोर करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। मैं एक शोकग्रस्त पति और पिता हूँ, लेकिन राजनीति करने वाले लोग इस दुख का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।”
आठ महीने पहले भी आई थीं सुर्खियों में नीलू
नीलू रायकवार पहले भी चर्चा में रह चुकी हैं। करीब आठ महीने पहले झांसी में आयोजित मंत्री संजय निषाद की रथयात्रा के दौरान उन्होंने मंच से ही विरोध जताया था।
तब नीलू पार्टी की महिला जिला सचिव थीं। उन्होंने मंच से कहा था कि “स्वागत होर्डिंग में मेरी छोटी तस्वीर लगाई गई है।” मंत्री के सामने उन्होंने सवालों की झड़ी लगा दी थी, जिस पर मंत्री ने कहा था — “मीडिया के सामने सत्यानाश कर दिया।”
उस समय नीलू ने मीडिया से कहा था —
“जब मैं जिलाध्यक्ष की पत्नी होकर भी घर में प्रताड़ित हो रही हूँ, तो आम महिलाओं का क्या हाल होगा?”उनका यह बयान झांसी की राजनीति में लंबे समय तक चर्चा में रहा।
सीओ सिटी लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है।
“पति-पत्नी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि मामला आत्महत्या का है या कुछ और।”
पुलिस ने कहा कि नीलू के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड और सोशल मीडिया चैट की जांच की जा रही है। पड़ोसियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से भी पूछताछ हो रही है।