आगरा। गुरुवार को नगरकोट माता मंदिर में ऐसा अलौकिक दृश्य देखने को मिला, मानो स्वयं माता रानी का आशीर्वाद पूरे वातावरण में व्याप्त हो गया हो। मंदिर प्रांगण माता रानी और बाबा श्याम के जयकारों से गूंज उठा। हर ओर श्रद्धा, भक्ति और भजन की ध्वनि वातावरण को पवित्र कर रही थी।
सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्तों ने माता रानी की मूर्ति के दर्शन कर नतमस्तक होते हुए मनोकामना मांगी। आरती के दौरान पूरे प्रांगण में दीपों की लौ और शंख-घंटियों की ध्वनि ने माहौल को और भी दिव्य बना दिया।
भंडारे के दौरान भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया और सेवा भाव से जुड़े कार्यकर्ताओं ने श्रद्धालुओं की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ी। मंदिर समिति के कार्यकर्ता — दीपू ठाकुर, रविकांत, चतुर्भुज तिवारी, गोपाल कुशवाह, संजय कुशवाह और सोनू कुशवाह — पूरे आयोजन के दौरान सेवा कार्य में सक्रिय रहे।
आयोजन का संचालन जीतल गर्ग, ललित कुमार गर्ग और अजय कुमार गर्ग ने किया, जबकि संपूर्ण पूजा विधि आचार्य पंडित सत्येंद्र तिवारी द्वारा विधिवत रूप से संपन्न कराई गई।
कार्यक्रम के अंतर्गत भक्तों ने माता रानी पर छत्र चढ़ाया और देर शाम तक कीर्तन भजन का आयोजन चलता रहा। कीर्तन के दौरान भक्तों ने झूम-झूमकर माता का गुणगान किया। मंदिर के भीतर दीपमालिकाओं से सजी सजावट और पुष्पों की महक से वातावरण और भी रमणीय बन गया।
इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने कहा कि नगरकोट माता मंदिर में हर बार ऐसा आयोजन उनके मन को अद्भुत शांति और शक्ति प्रदान करता है। पूरे कार्यक्रम के दौरान भक्ति, श्रद्धा और सेवा का अद्वितीय संगम देखने को मिला।
