आगरा | देवोत्थान एकादशी के पावन अवसर पर आज यमुना आरती स्थल पर रिवर कनेक्ट अभियान की ओर से एक विशेष “यमुना पूजन, महाआरती एवं दीपदान गोष्ठी” का आयोजन किया गया।
सांध्य बेला में सैकड़ों यमुना भक्तों, नागरिकों और पर्यावरण प्रेमियों ने माँ यमुना के तट पर दीप जलाकर आस्था और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ यमुना पूजन से हुआ, जिसके पश्चात सामूहिक महाआरती का आयोजन हुआ। वातावरण में मंत्रोच्चार और भक्ति संगीत के स्वर गूंजते रहे।
पूजन और आरती के उपरांत आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने यमुना नदी के संरक्षण, स्वच्छता और प्रवाह पुनर्जीवन पर अपने विचार रखे। बृज खंडेलवाल ने कहा कि यमुना केवल एक नदी नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान की जीवनरेखा है। इसका संरक्षण, जनभागीदारी से ही संभव है।

कार्यक्रम का समापन दीपदान संकल्प के साथ हुआ — जिसमें प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे यमुना की अविरलता और पवित्रता की रक्षा के लिए मिलकर प्रयास करेंगे।
रिवर कनेक्ट अभियान का उद्देश्य यमुना के पर्यावरणीय, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को जन-जन तक पहुंचाना और समाज में नदी संरक्षण के प्रति चेतना जगाना है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे —
डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य, डॉ. हरेंद्र गुप्ता, डॉ. नीलम मेहरोत्रा, दीपक जैन, चतुर्भुज तिवारी, गोस्वामी नंदन श्रोत्रिय, मीरा गुप्ता, मुक्ता, पद्मिनी अय्यर, रंजन शर्मा, दीपक शांडिल्य, शाहतोश गौतम, राजकुमार माहेश्वरी सहित अनेक नागरिक, विद्यार्थी और पर्यावरण कार्यकर्ता।
“आइए, एक दीप माँ यमुना के नाम जलाएं — यमुना बचेगी तभी बचेगा जीवन, संस्कृति और आस्था का प्रवाह।”
