आगरा। ताज नगरी आगरा के जगनेर क्षेत्र से शहर तक चलने वाले अवैध डग्गामार (अवैध यात्री) वाहनों ने सड़कों पर मानो कब्जा कर लिया है। हैरत की बात यह है कि ये बेलगाम वाहन चार अलग-अलग पुलिस थानों की सीमाओं से होकर गुजरते हैं, लेकिन फिर भी इन पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है। नियमों को ताक पर रखकर दौड़ रहे ये वाहन न केवल आम जनता की जान जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि सरकारी राजस्व को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
नियमों को ताक पर रखकर दौड़ रहे बेलगाम डग्गामार

जगनेर से खेरिया मोड़ तक का यह रूट अब डग्गामार वाहनों के नियंत्रण में आ चुका है। इन वाहनों को न तो यातायात नियमों की फिक्र है और न ही यात्रियों की सुरक्षा की। ये क्षमता से कहीं अधिक सवारियां भरकर दौड़ते हैं, जिससे हर पल किसी बड़े हादसे का खतरा बना रहता है।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन वाहनों के चालकों में कानून का कोई खौफ नहीं है। सवाल यह है कि आखिर इन्हें इस कदर बेलगाम होने की ताकत कौन दे रहा है? यह स्पष्ट रूप से स्थानीय पुलिस प्रशासन की अनदेखी और मिलीभगत की ओर इशारा करता है, जिसका फायदा उठाकर ये संचालक खुलेआम जनता की जान को खतरे में डाल रहे हैं।
राजस्व को चोट, रोडवेज बसें लौट रही खाली
जहां एक ओर ये अवैध डग्गामार वाहन यात्रियों से मोटी कमाई कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसका सीधा असर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) पर पड़ रहा है।

देहात क्षेत्र होने के कारण, यात्री कम किराए और हर जगह रुकने की सुविधा के लालच में इन डग्गामार वाहनों का उपयोग करते हैं। परिणामस्वरूप, तांतपुर-जगनेर रूट पर रोडवेज की बसें यात्रियों के बिना खाली लौट रही हैं।
यदि स्थानीय पुलिस इन अवैध वाहनों पर सख्ती से अंकुश लगाए, तो यात्री सुरक्षित सरकारी बसों में सफर करेंगे, जिससे सरकारी परिवहन के राजस्व को हो रही भारी हानि को रोका जा सकेगा। जिम्मेदार अधिकारियों की खामोशी सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना लगा रही है।
4 थानों की सीमा से बेखौफ गुजरते हैं डग्गामार

सबसे गंभीर पहलू यह है कि यह अवैध संचालन चार प्रमुख थानों की सीमाओं से बेखौफ होकर गुजरता है, लेकिन ‘दिखावटी’ कार्रवाई के अलावा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है।
जगनेर से आगरा तक अवैध डग्गामार वाहनों के गुजरने वाले प्रमुख क्षेत्र, जहाँ ये पुलिस चौकियों की नाक के नीचे से निकलते हैं:
थाना जगनेर: चुंगी नंबर एक और सरेंधी चौराहा।
थाना बसई जगनेर: सरकारी बस स्टैंड।
थाना खेरागढ़: नगला कमाल चौराहा और दूदाधारी चौकी।
थाना कागारोल: किरावली चौराहा और अकोला चौकी।
इन सभी चौकियों और थानों के क्षेत्र से गुजरने के बावजूद, इन बेलगाम वाहनों पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होती, जिससे इनके हौसले बुलंद हैं।
सख्त कार्यवाही ही एकमात्र हल
लोगों की सुरक्षा से जुड़े इस गंभीर मामले में केवल दिखावटी कार्यवाही पर्याप्त नहीं है। प्रशासन को तुरंत सख्त और निरंतर कार्रवाई करनी होगी, जिससे इन अवैध डग्गामार संचालकों के हौसले पस्त हों। यह समय है कि आला अधिकारी इस मामले का संज्ञान लें और देहात क्षेत्र की जनता को सुरक्षित यात्रा का अधिकार सुनिश्चित करें।
