आरबीएस कॉलेज बिचपुरी परिसर के बाहर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन तेज
अग्र भारत संवाददाता
बिचपुरी (आगरा)। बलवंत एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा की जा रही कथित अनियमितताओं के खिलाफ ग्रामीणों ने शुक्रवार से आरबीएस कॉलेज, बिचपुरी परिसर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 18 अगस्त 2025 से अब तक लगभग 10 शिकायतें शीर्ष अधिकारियों को दे चुके हैं, लेकिन सभी शिकायतें बिना विचार के खारिज कर दी गईं। प्रशासनिक उदासीनता से क्षुब्ध ग्रामीणों ने घोषणा की है कि मांगे पूरी होने तक धरना अनवरत जारी रहेगा।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगों में शिक्षण संस्थानों का सक्षम स्तर से ऑडिट कराना, सोसाइटी के 1998 के संशोधन से पूर्व के बायलॉज के अनुसार संस्थाओं का संचालन बहाल करना, मृतक आश्रितों को नौकरी देना, निकाले गए कर्मचारियों की पुनः बहाली, हाईकोर्ट और राज्य सरकार के आदेशों का पालन सुनिश्चित करना शामिल है।इसके अलावा, भूमि अधिग्रहण के दौरान किसानों के साथ किए गए वादों के अनुरूप उन्हें शिक्षा व नौकरी में वरीयता प्रदान करना, प्रवेश में 17 अंक का अतिरिक्त वेटेज दिलाना, सोसाइटी में क्षेत्रीय छात्र प्रतिनिधि को सदस्य बनाना, पूर्व की भांति प्राचार्य को पूर्ण अधिकार बहाल करना, जिलाधिकारी को कंट्रोलर नियुक्त करना, सचिव के अधिकार प्राचार्य को सौंपना, तथा टेक्निकल कैंपस व प्रबंधन संकाय को आरबीएस प्राचार्य के प्रशासनिक क्षेत्र में लाना भी शामिल है।धरने में क्षेत्र के अनेक प्रधान, किसान नेता और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रमुख रूप से हाकिम सिंह प्रधान अंगूठी, किसान नेता चौधरी दिलीप सिंह, भरत सिंह सोलंकी, बनयसिंह पहलवान, मनु प्रधान, प्रदीप प्रधान बीच, भूदेव सिंह प्रधान, बॉबी प्रधान सहारा, अजीत प्रधान बरारा, सोनू दिवाकर ब्लॉक प्रमुख, महावीर प्रधान लडामदा, कौशल अग्रवाल प्रधान मघटई, सत्यप्रकाश प्रधान सुचेता, टिंकू राज प्रधान पैथोली, उदय सिंह प्रधान वानपुर, गौरव प्रधान सदरवन, राजन प्रधान चौहटना, गुड्डू प्रधान सुनारी, हुकम सिंह प्रधान कलवारी, डोरीलाल प्रधान टपरा, प्रदीप राणा, जीतू नरवार, बनयसिंह छोकर सहित क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद रहे।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।
