राज्य कर विभाग की डॉ. निवेदिता सिंह को हिस्ट्रीशीटर सहित अन्य आरोपियों ने दी धमकी; अवैध वसूली और कार्य में हस्तक्षेप का गंभीर आरोप
आगरा, उत्तर प्रदेश। आगरा में सरकारी कामकाज में अवैध हस्तक्षेप और ब्लैकमेलिंग का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। राज्य कर विभाग (GST Department) की मोबाइल यूनिट-10 में तैनात सहायक आयुक्त डॉ. निवेदिता सिंह को लगातार जान से मारने की धमकी देने, अश्लील भाषा का प्रयोग करने और 50 लाख रुपये की अवैध मांग करने का गंभीर आरोप लगा है। इस हाई-प्रोफाइल मामले के प्रकाश में आने के बाद पूरे विभागीय और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
पीड़ित महिला अधिकारी की तहरीर पर थाना शाहगंज पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
कौन हैं आरोपी और क्या हैं उन पर आरोप?

सहायक आयुक्त डॉ. सिंह की शिकायत के अनुसार, आरोपियों में निम्नलिखित लोग शामिल हैं:
अजगर अली, निवासी मेवाती गली, सी.ओ.डी. कॉलोनी, भोजीपुरा।
रवि मोहन उर्फ डब्बू।
छोटू (पुत्र अजगर अली), जिसे शाहगंज क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर बताया गया है।
अन्य अज्ञात व्यक्ति।
आरोप है कि ये सभी व्यक्ति डॉ. निवेदिता सिंह को धमका रहे थे और उन पर 50 लाख रुपये की अवैध मांग (ब्लैकमेलिंग) का दबाव बना रहे थे।
ब्लैकमेलिंग का तरीका: पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि आरोपियों ने पहले विभाग में एक झूठी शिकायत दाखिल की और फिर उसी शिकायत को वापस लेने के नाम पर अधिकारी से धन उगाही करने की कोशिश की।
कर चोरी के मामले में दबाव बनाने का भी आरोप
मामला केवल धमकी और ब्लैकमेलिंग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह कर चोरी से भी जुड़ा हुआ है।
आरोपियों का अज़मन ट्रांसपोर्ट नामक फर्म से घनिष्ठ संबंध होने का उल्लेख किया गया है।
पूर्व में कर चोरी में पकड़े गए एक वाहन के मामले में विभागीय कार्रवाई को प्रभावित करने के लिए डॉ. सिंह पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
आरोपियों ने सहायक आयुक्त को खुली चेतावनी दी थी कि यदि उन्होंने भविष्य में उक्त ट्रांसपोर्ट फर्म के वाहनों की जांच की या कोई वैधानिक कार्रवाई की, तो वे उन्हें आगरा में नौकरी नहीं करने देंगे।
अधिकारी ने मांगी सुरक्षा, पुलिस ने तेज की जांच
लगातार मिल रही धमकियों से सहायक आयुक्त डॉ. निवेदिता सिंह और उनके परिवार की जान-माल की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। अधिकारी ने अपनी शिकायत में पुलिस से सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
मामले की संवेदनशीलता और इसमें एक हिस्ट्रीशीटर का नाम शामिल होने के कारण पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया है।
थाना शाहगंज पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल नंबरों और कॉल डिटेल्स की गहन जांच की जा रही है।
हिस्ट्रीशीटर छोटू सहित सभी नामजद व्यक्तियों के आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है।
पुलिस और विभागीय सतर्कता बढ़ा दी गई है और आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
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