नई दिल्ली। साउथ दिल्ली के मैदानगढ़ी थाना इलाके में दिनदहाड़े मोबाइल फोन लूटने का विरोध करने पर एक युवक की दो लड़कों ने हत्या कर दी। 18 साल के युवक के परिजनों का कहना है कि उन पर चाकू के 100 से अधिक वार किए गए। इसके बाद पहचान मिटाने के लिए मृतक के चेहरे को एसिड जैसे किसी केमिकल से जलाने का भी आरोप है। मामले में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और अन्य तकनीकी जांच के बाद दो आरोपियों को पकड़ा गया।
तफ्तीश में पता लगा कि दोनों नाबालिग हैं। साउथ दिल्ली की डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि मृतक का नाम हर्ष है। वे अपने परिवार के साथ भाटी माइंस की संजय कॉलोनी में कालू राम चौक के पास रहते थे। वे अपने दादा-दादी और भाइयों के साथ रहते थे। माता-पिता इनके बचपन में ही गुजर चुके थे।
हर्ष सरकारी स्कूल में 12वीं क्लास में पढ़ते थे। वारदात शनिवार दोपहर को अंजाम दी गई। पुलिस ने बताया कि इस मामले में शनिवार दोपहर 2:23 बजे कॉल मिली। पुलिस को बताया गया कि भाटी माइंस में टेलीफोन मोहल्ला के राधा कृष्ण मंदिर के पास एक युवक की हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कुछ ही देर में मृतक की पहचान इलाके में ही रहने वाले हर्ष के रूप में की। शव को एम्स पहुंचाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को दे दिया गया।
वारदात के दौरान कुछ लोग मौके पर भी थे जिनके सामने दोनों नाबालिगों ने हर्ष पर चाकुओं से वार किए। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी हर्ष का फोन छीन रहे थे। विरोध करने पर उनकी हत्या की गई। हर्ष के बड़े भाई रजत ने बताया कि उन पर चाकुओं के 100 से ज्यादा वार किए गए।
दादा चंदाराम और दादी जानकी ने बताया कि वे शनिवार दोपहर करीब 1 बजे घर से यह कहकर बाहर गए थे कि चाउमीन लेने जा रहे हैं। इसके बाद वे नहीं आए उनकी लाश ही हमें मिली।