प्रदीप यादव
एटा (जैथरा)। विकास खंड जैथरा के गांव में नाली निर्माण कार्य कराया जा रहा है, ताकि घरों से निकलने वाले प्रदूषित जल की निकासी की जा सके। लाखों रुपए लागत से बन रहे नाली में मानकों की जमकर अनदेखी की जा रही है। पीली ईट और सफेद वालू के इस्तेमाल से नाली के अस्तित्व पर अभी से खतरा मंडराने लगा है।
ग्राम पंचायत तरगवां के अंतर्गत गांव ढकपुरा में स्वच्छता मिशन के तहत नाली का निर्माण कार्य चल रहा है। घरों से निकलने वाला बेस्ट वाटर की निकासी की जा सके। ग्रामीणों ने निर्माण में प्रयोग की गई सामग्री की गुणवत्ता ठीक नहीं होने का आरोप लगाया है। जिम्मेदार मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य करा रहे हैं। निर्माण में जहां खुलेआम पीली ईट का उपयोग किया जा रहा है, वही मौरंग की जगह सफेद बालू का भी इस्तेमाल हो रहा है।
खंड विकास अधिकारी फैसल आलम ने इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि निर्माण में इस तरह मानकों की अनदेखी नहीं की जा सकती, वह खुद मौके पर जाकर गुणवत्ता जांच करेंगे।