पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिन्दर सिंह ने अपनी तैनाती के बाद पहली बार किया मंगलवार को बड़ा फेरबदल
कोतवाली, छत्ता, शाहगंज के प्रभारी रहे तीनों इंस्पेक्टर को शहर से दिखाया देहात का रास्ता
एम डी खान
आगरा। मंगलवार दोपहर गर्मी के बढ़ते तापमान में पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिन्दर सिंह ने पुलिस महकमें में ट्रांसफर कर और गर्मी बढ़ा दी। हालांकि रात से ही थाना इंचार्जों के ट्रांसफर पोस्टिंग की चर्चाएं होने लगी थीं। कमिश्नरेट बनने के बाद अपनी तैनाती में पुलिस कमिश्नर ने एक साथ करीब तीन दर्जन थाना प्रभारियों को पहली बार किया है।
पिछले दिनों कमिश्नर जी-20 को लेकर व्यस्त थे। कमिश्नर को कोतवाली, शाहगंज, छत्ता, एत्मादपुर और खंदौली थाने की शिकायतें मिल रही थीं। शाहगंज में तो लगातार हो रही घटनाओं का खुलासा न होना भी प्रभारी के लिए अधिकारियों की नजरों में नंबर कम साबित हो रहे थे। कोतवाली प्रभारी को टीला माईथान का बेसमेंड ले डूबा।
पांडेय के कार्यकाल में मिस्त्री बन गये बिल्डर
कोतवाली में दो साल से तैनात इंस्पेक्टर सुभाषचंद पांडेय को देहात के थाना कागारौल का रास्ता दिखाया। शांतिप्रिय व्यक्ति हैं। कोई कुछ भी करे, लेकिन इनके दामन पर दाग नहीं आना चाहिए। ऐसी सोच के इंस्पेक्टर हैं। इनके कार्यकाल में जो मिस्त्री थे वह बिल्डिंग ठेकेदार बन गये। सिटी रोड पर टीला माईथान में बेसमेंटकांड होना पुलिस का लचीलापन ही था।
शाहगंज की जिम्मेदारी सत्यदेव शर्मा को दी, जो विशेष किशोर पुलिस इकाई के प्रभारी थे। शाहगंज में कुछ माह पहले ही तैनात हुए समरेश सिंह शहर की चमक और भीड़ को झेल नहीं सके और उन्हे सैंया भेज दिया गया है। हालांकि सैंया थाने की गिनती अच्छी श्रेणी में आती है। प्रभारी अछनेरा अनुराग शर्मा को शांति प्रिय थाना छत्ता की कमान मिली है। वो सिर्फ नकली माल और तेल माफिया से बचकर रहें।
जसवीर सिंह सिरोही को किया किनारे
छत्ता में तैनात इंस्पेक्टर शेर सिंह की गिनती एक्टिव पुलिसकर्मियों में होती है, लेकिन तेल माफिया की कुर्की के मामले में लेटलतीफी से अधिकारी नाखुस थे। शेर सिंह देहात में डौकी प्रभारी बने हैं। इंस्पेक्टर जसवीर सिंह सिरोही को डौकी से अपराध शाखा विशेष विवेचना इकाई में आराम करने के लिए भेज दिया है।
पुलिस में उनसे उनके सहकर्मी अधिक खुश नहीं रहते हैं। शाहगंज में उनकी बहुत शिकायतें थीं। खंदौली प्रभारी आंनद वीर सिंह को कोरोना सैल/चुनाव सैल/ व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ का प्रभारी नियुक्त किया गया है। खंदौली में लाख शिकायत और हिदायतों के यहां खनन की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इनके यहां भी दलाल हावी थे। थानाध्यक्ष कागारौल एसआई अजय तोमर को विशेष किशोर पुलिस इकाई का प्रभारी बनाया है। कागारौल में खनन रोकने में ये नाकाम रहे। बालू, पत्थर के साथ यहां मिट्टी की खुदाई चलती रहती है।
इनको मिला कमिश्नर का इनाम
सिकंदरा के रुनकता चौकी पर तैनात विजय वर्मा को इंस्पेक्टर बनने के बाद कोतवाली के रूप में पहली बार चार्ज मिला है। सैंया से सुमनेश कुमार को अछनेरा की जिम्मेदारी मिली है। समुनेश कुमार ने सैंया में बेहतर काम किये। साल्वर गैंग के एक दर्जन से अधिक लोगों को जेल भेजा। चरस, गांजा तस्कर भी पकड़े। सैंया के मुकाबले अछनेरा थाने को पुलिकर्मी कमतर आंकते हैं।
नाई की मंडी में चौकी इंचार्ज डिवीजन रहे रोहिताश सिंह को थाना खेड़ा राठौर का प्रभार मिला है। ये इनकी नौकरी की पहली थानाध्यक्षी है। तैनाती को कमिश्नर का पुरूस्कार भी कह सकते हैं। खेड़ा राठौर से एसआई राजवीर सिंह को पासपोर्ट वेरीफिकेशन सैल का प्रभारी बनाया है। सीपी ने कोरोना सैल से एसआई नीरज मिश्र को थानाध्यक्ष खंदौली की बागडोर सौंपी है। थानाध्यक्ष जैतपुर को पुलिस कमिश्नर ने अपनी मीडिया सैल की जिम्मेदारी दी है। सीनियर अधिकारी अपने पास किसे रखते हैं। यह बताने वाली बात नहीं है।
बैलेंस करने की हुई कोशिश
थानाध्यक्ष पिनाहट ओमपाल सिंह को जैतपुर भेजा है। बासौनी प्रभारी को शमसाबाद मिला है। ये इनके लिए शहर के नजदीक स्टेशन है। शमसाबाद से राजीव को बरहन की जिम्मेदारी मिली है। दोनों थाने की तुलना की जाये तो बरहन अपराध की दृष्टि से कम है। डवलपमेंट एरिया बहुत है। लोहामंडी से वीरेन्द्र कुमार को थाना बासौनी की जिम्मेदारी मिली है। थानाध्यक्ष बसई अरेला को पश्चिम जोन कार्यालय भेजा है। चित्राहाट में चौकी इंचार्ज पारना थानाध्यक्ष मंसुखपुरा बने हैं।
अपराध प्रभारियों को फिर अपराध की कमान
थानों में प्रभारी के सहयोग के लिए एसएसआई (वरिष्ठ उपनिरक्षक) की तैनाती रहती है। कुछ समय से नये आदेश के अनुसार प्रभारी इंस्पेक्टर के साथ अब थाने में इंस्पेक्टर अपराध के नाम से तैनाती होने लगी है। छत्ता में अपराध इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश को पिढ़ौरा प्रभारी बनाया है। पिढौरा प्रभारी भानू प्रताप सिंह को पुलिस आयुक्त मीडिया सैल में भेजा है। मीडिया सैल से हेमेंत कुमार को यातायात लाइन वापस भेजा है। एत्मादपुर में अपराध इंस्पेक्टर सर्वेश कुमार को न्यू आगरा का आदेश निरस्त कर एत्मादपुर में ही प्रभारी नियुक्त किया है।
एत्मादपुर प्रभारी विपिन कुमार को फतेहपुरसीकरी भेजा है। छलेसर चौकी पर तेल चोरी के मामले में जांच की जद इनके करीब भी पहुंची है, लेकिन सीकरी इंचार्ज होना, सजा के रूप में नहीं देख सकते। मंसुखपुरा प्रभारी गिरीश कुमार को कागौराल में अपराध इंस्पेक्टर की जिम्मेदारी दी है। फतेहपुरसीकरी प्रभारी बलवान सिंह लोहामंडी में इंस्पेक्टर अपराध बने हैं। लोहामंडी के अपराध इंस्पेक्टर हरवीर सिंह को छत्ता में अपराध पद पर ही जिम्मेदारी मिली है। इनके व्यवहार पर ये कहावत (ना काउ से दोस्ती ना काउ से बैर) फिट बैठती है। खंदौली से अपराध इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को फतेहपुरसीकरी में अपराध पद पर ही भेजा है।