होली पर दो पक्षों में चले ईंट-पत्थरः 18 लोग घायल, छह की हालत नाजुक, जाने आखिर हुआ क्या था

Dharmender Singh Malik
3 Min Read

होली में लकड़ियां रखने को लेकर हुआ था विवाद

प्रदीप यादव

एटा में होली पर्व पर सुबह-सुबह ही रंग में भंग हो गया। यहां अभी होली का रंग और फगुआ की बयार चढ़ना शुरू ही हुई थी कि दो पक्षों में ईंट-पत्थर चलने लगे। इसमें डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।

एटा जिले में बुधवार की सुबह होली के दिन मामूली कहासुनी में दो पक्षों में ईंट-पत्थर चलने लगे। इसमें डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। सभी घायलों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनकी इलाज किया गया।

मामला जलेसर कोतवाली क्षेत्र के फाजिलपुर गांव का है। यहां बुधवार की सुबह हंसी-खुशी होली का उत्सव मनाया जा रहा था। लोग एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर होली की बधाई दे रहे थे। फगुआ गीतों का गायन किया जा रहा थी। लोग गन्ना के रस से बनाई गई ठंडाई का आनंद ले रहे थे।

सुबह के 9.30 बज रहे थे। होली का रंग और फगुआ गीतों की बयार अभी चढ़नी शुरू हुई थी। इसी बीच एक मोहल्ला में अचानक चीख-पुकार सुनाई दी। शोरगुल ने लोगों का आनंद छीन लिया था। लोग फगुआ, ठंडाई और रंग-गुलाल छोड़कर आवाज आने वाली दिशा की ओर भागे। वहां पहुंचे तो दृश्य देख हैरान रह गए और खुद का बचाव करने के लिए जगह ढूंढने लगे। वहां दो पक्षों में ईंट-पत्थर बरस रहे थे।

इससे पहले कि गांव के लोग बीच-बचाव करते दोनों पक्षों से सात लोग घायल हो चुके थे। लोग घायलों को लेकर तत्काल सीएचसी, जलेसर पहुंचे। यहां उन्हे उपचार दिया गया। आसपास के रहने वाले लोगों ने बताया कि बीती रात भी दोनों पक्षों में होली में लकड़ियां रखने को लेकर विवाद हो गया था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी और दोनों पक्षों को शांत करा दिया था। उसी खुन्नस में आज सुबह फिर से दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए।

लोगों ने बताया कि दोनों पक्षों से 18 से अधिक लोग घायल हो गए। इनके हाथ, पैर और सिर में गंभीर चोटें हैं। इनमें से छह की हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया है। घायलों में एक पक्ष से अमन कुमार, कल्याण सिंह, अशोक, दयाशंकर, आनंद कुमार, आकाश, हुकम पाल, किशन पाल, राजेंद्र और दूसरे पक्ष से दयाशंकर, रकम पाल सिंह के अलावा कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *