अग्रभारत
मथुरा। पुलिसिया अनसुनी का दर्द आम जनता रोज महसूस करती है। यह दर्द कितना तकलीफ देय होता है यह 40 साल से भी अधिक समय पुलिस विभाग में रहे सेवानिवृत एसआई बच्चू सिंह सोलंकी को तब समझ आया जब वह खुद इस अनुसनी का शिकार हुए। बच्चू सिंह सोलंकी का कहना है कि सात दिन रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी सब इंस्पेक्टर अमित आनंद विवेचना के नाम पर गोल गोल घुमा रहे हैं कभी साक्ष्य मांगते हैं। तो कभी विवेचना का बहाना बनाते हैं। पीड़ित बच्चू सिंह सोलंकी का कहना है कि। मेरे साथ हुई घटना के सीसीटीवी फुटेज की छाया प्रतिलिपि सब इंस्पेक्टर अमित आनंद को दिखा दिए हैं। लेकिन सब इंस्पेक्टर अमित आनंद ने कोई भी कार्यवाही नहीं की है। जिसकी शिकायत मैंने उच्चाधिकारियों को अपने प्रार्थना पत्र के माध्यम से की है। । श्री सोलंकी ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उन्होंने अपने नटवर नगर स्थित मकान को जैक तकनीक से पांच फुट उंचा कराया था। करीब 100 ट्रोला मिट्टी मकान में लगी थी। जिस रास्ते से मिट्टी आनी थी, उस रास्ते पर कुछ लोगों की गाडि़यां खडी रहती हैं। इन लोगों से अनुरोध किया गया कि वह अपनी गाड़ी रास्ते से हटा लें जिससे उनका काम हो जाए। लेकिन इन लोगों ने गाडि़यों को हटाने की बजाय उनके साथ अभद्रता कर दी। इसके बाद करीब एक किलोमीटर का चक्कर काटकर ट्रैक्टर ट्राली से मिट्टी लाते रहे और अपना काम कराया। उनके साथ हुई मारपीट और अभद्रता के साक्ष देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। जबकि वह लगातार इसके लिए प्रार्थना पत्र देते आ रहे हैं।