नियमों को ताक पर रखकर कार्य कर रहे एसडीएम – अभिनंदन
एसडीएम के तानाशाही रवैया को लेकर वकीलों ने किया बहिष्कार
पत्रावली यों में हेरफेर और भ्रष्टाचार के लगाए आरोप
घिरोर,
एक बार फिर घिरोर एसडीएम और तहसील के अधिवक्ताओं के बीच मतभेद का मामला गरमा गया है। जिसको लेकर तहसील के अधिवक्ताओं ने एसडीएम कोर्ट के कार्य का बहिष्कार किया है।
आपको बताते चलें उप जिलाधिकारी शिवनारायण शर्मा के आने के बाद से तहसील में अधिवक्ताओं और उपजिलाधिकारी के बीच सामंजस्य नहीं बन पा रहा है। तीसरी बार अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार की घोषणा की है । तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिनंदन यादव ने कहा कि उप जिलाधिकारी शिवनारायण शर्मा का रवैया मनमाना और तानाशाही पूर्ण है।
पत्रावलियों की अनदेखी और नियमों को ताक पर रखकर मोटी रकम लेकर मनमाना काम किया जा रहा है। श्याम सिंह बनाम सरकार का मामला बहुत ही गंभीर है यदि उच्च अधिकारी उस पर संज्ञान लेंगे तो बहुत बड़े भ्रष्टाचार की पोल खुलेगी। ऐसे ही कई अनेक संगीन मामले हैं जिनका खुलासा बहुत जल्द किया जाएगा ।
अधिवक्ता विनय ने बताया कि हमारे साथी वकील दशरथ सिंह चौहान के द्वारा एक प्रमोद सिंह नाम के व्यक्ति की फाइल की पैरवी की गई जिसमें एसडीएम महोदय के द्वारा भ्रम फैलाते हुए कहा गया है कि दशरथ सिंह के द्वारा वकालतनामा नहीं लाया गया है जबकि ऐसा नहीं है वकालतनामा की फोटो कॉपी मौजूद है हो सकता है कोर्ट में वकालतनामा को हटा दिया गया हो । एसडीएम घिरोर कुटिलता के साथ वकीलों में वैरमनुष्यता फैलाने के लिए एक नया षड्यंत्र तैयार किया जा रहा है । एसडीएम महोदय की इसी प्रकार की कार्यशैली और रवैया शुरू से रहा है जिसका हम सब लोग विरोध करते हैं । उप जिलाधिकारी की हठधर्मिता और मनमानी को लेकर हम सब लोग अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर बैठे हैं।