अब रेल में भी यात्री सुरक्षित नहीं हैं। कई दिनों से जीआरपी द्वारा लूटपाट की वारदातें सामने आ रही हैं। मीडिया के अनुसार जमुई के झाझा में यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात जीआरपी स्कॉट दल के जवानों ने यात्रियों से ही लूटपाट कर ली। बताया जा रहा है कि चार सिपाहियों ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर दो यात्रियों से एक करोड़ रुपये से अधिक लूट लिए। पीड़ित यात्रियों की शिकायत के बाद झाझा रेल पुलिस ने चारों सिपाहियों के साथ एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामले का छठा आरोपी फरार है। घटना 29 मार्च को झाझा-जसीडीह रेलखंड के अप लाइन में हमसफर एक्सप्रेस में हुई। इसे लेकर झाझा रेल थाने में चारों सिपाहियों समेत लखीसराय जिले के तनिक वर्मा एवं मुकेश ठाकुर पर केस किया गया है।
जानकारी के अनुसार हरियाणा के सोनीपत जिला स्थित कुंडली गांव के हरदीप दयाल एवं उनके चाचा जसवीर सिंह देवघर आए हुए थे। यहां इनकी भेंट पहाड़ी गांव के सुकुल साव से हुई। सुकुल ने कोयला का खदान दिलाने की बात की। हरदीप का कहना है कि उसने दो माह में एक करोड़ रुपये से अधिक नकद व बैंक खाते के माध्यम से सुकुल को दिए।
हालाकिं, सुकुल साव कोयला का खदान दिलाने में सफल नहीं हो पाया, जिसके बाद उसने देवघर में दो बैगों में एक करोड़ रुपये भरकर हरदीप को वापस दे दिए। हरदीप ने रुपये से भरे दोनों बैगों को एक ट्राली में रख लिया। इसके बाद वे अपने चाचा के साथ हमसफर एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए निकले।
पीड़ित ने बताया कि सुकुल साव ने लखीसराय जिले के धनराज चौक निवासी तनिक वर्मा एवं मुकेश ठाकुर को हमारे साथ भेज दिया। हरदीप दयाल और उसके चाचा के साथ मुकेश और तनिक जसीडीह रेलवे स्टेशन से मधुपुर-आनंद बिहार एक्सप्रेस के बी-4 के बर्थ 43 एवं 45 के नीचे रुपयों से भरा ट्राली बैग को रख यात्रा प्रारंभ की। इस बीच मुकेश और तनिक ने ट्रेन में चल रहे स्काउट दल सिपाही चंदन कुमार, दीपक कुमार, मु. एजाज हुसैन एवं पिंटू कुमार के साथ मिलकर पैसा से भरा बैग लूटने की योजना बना ली।
जैसे ही जसीडीह स्टेशन से ट्रेन खुली, वैसे ही स्काउट दल हरदीप के पास पहुंचा और पैसा से भरा बैग को बर्थ के नीचे से खींचने लगा, जिस पर हरदीप और उसके चाचा ने विरोध किया। सिपाही दल ने अपना रौब दिखाते हुए रुपयों से भरे बैग को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान तनिक और मुकेश ने सिपाही का साथ दिया। ट्रेन झाझा स्टेशन पहुंचते ही चारों सिपाही सहित साथ चल रहे दोनों व्यक्ति रुपयों से भरा बैग लेकर उतर गए।
सभी बैग को स्टेशन के बाहर लेकर चले गए। इस दौरान हरदीप व उसके चाचा भी स्टेशन पर उतर गए और घटना की सूचना आरपीएफ एवं रेल पुलिस को दी। अधिकारी ने सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो मामला सत्य निकला। चारों सिपाही को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और सिपाही के पास से 20 हजार रुपये बरामद किया गया। अन्य राशि बरामद नहीं हो पाई है। रेल थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने पीड़ित यात्री के बयान पर केस दर्ज करते हुए चारों सिपाही एवं लखीसराय के तनिक वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजने की बात कही।