तमाम प्रयासों के बावजूद टायलेट तक का प्रबंध नहीं करवा सका आगरा नगर निगम
आगरा: आगरा में पर्यटकों के लिये अनेक आकर्षण है फलस्वरूप भारत घूमने आने वालों में अधिकांश यहां जरूर आते हैं। लेकिन यहां दशकों से बनी चली आ रही एयर कनेक्टिविटी की अनिश्चितता और वायुसेना परिसर में सिविल एन्क्लेव होने से उनमें से अधिकांश को अच्छा अनुभव नहीं होता। फ्लाइट पकड़ने के लिये उन्हें सामान्य से कहीं अधिक समय लगाना पड़ता है और कभी कभी तो उनकी फ्लाइट तक छूट जाती है।
इसी प्रकार की व्यवस्था के परिणाम स्वरूप शुक्रवार को आगरा से बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट के यात्रियों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ा,उनमें से एक यात्री तो फ्लाइट पकड़ ही नहीं सका। दरअसल हवाई यात्री सिविल टर्मिनल को पहुंचने के लिए अर्जुन नगर गेट पहुंचे तब उन्हे मालू हुआ कि वायुसेना की कोई सिक्योरिटी ड्रिल है, उसके समाप्त हो जाने के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी।
जब ड्रिल समाप्त हो गयी और यात्री नगर सेवा के नियत वाहन में एन्क्लेव जाने के लिये उद्यात हुए तो गेट पर सिक्योरिटी स्टाफ ने उन्हें रोक दिया । जब काफी अनुरोध किया गया तो उनसे कहा गया कि अगर आप जाना चाहे तो पैदल ही जा सकते हैं। इस ‘बहस- मुसाइबे ‘ के बावजूद जब अनुमति नहीं मिली तो मजबूरन यात्रियों को अर्जुन नगर गेट से सिविल एन्क्लेव के लगभग दो कि मी लम्बे मार्ग को पैदल ही तय करना पडा।एक यात्री की तो फ्लाइट ही छूट गयाी।
अचानक हुई इस कार्यवाही से यात्रियों में बहुत आशंतोष और रोष है।जब तक सिविल एंकलावे बाहर नहीं शिफ्ट हो जाता एयरफोर्स , एयरलाइंस और एयरपोर्ट अथॉरिटी के समन्वय में होना जरूरी है, नहीं तो ऐसी स्थिति अक्सर होती रहेंगी ।
सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के सैकैटरी अनिल अनिल शर्मा ने कहा है कि अर्जुन नगर गेट वायु सेना प्रशासन के द्वारा नियंत्रित है, फलस्वरूप यात्रियों को अक्सर कई किस्म की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। राष्ट्रीय हितों को दृष्टिगत एयरफोर्स से तो सुरक्षा अभ्यास बंद करने को नहीं कहा जा सकता लेकिन सरकार को इस दिशा में प्रयास कर यात्रियों को अर्जुन नगर गेट से सुविधा जनक प्रवेश व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिये।
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ने इस संबध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय को एक पत्र भी लिखा है।इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सिविल एंकलावे का एयर फोर्स परिसर से बाहर आना जरूरी है। श्री शर्मा और सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के अध्यक्ष पूर्व पार्षद डा शिरोमणि सिंह ने आगरा नगर निगम को भी एक पत्र लिख कर अनुरोध किया है कि हवाई यात्रियों के लिये अर्जुन नगर गेट पर आधुनिक सुविधा युक्त बाथरूम (टॉयलेट)उपलब्ध करवाये।जिससे यात्रियों को बेपर्दगी और असुविधा का सामना न करना पडे।
डेढ़ किलोमीटर की दूरी अपने सामान के साथ पैदल करनी पड़ी
खेरिया हवाई अड्डे के अर्जुन नगर गेट पर हवाई यात्रियों को अत्यधिक कष्ट का सामना करना पड़ा । इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान के लिए जब यात्री अर्जुन नगर गेट पर पहुंचे तो एयर फोर्स कर्मियों ने यात्रियों को रोक लिया और यात्रियों को बताया गया कि वायु सेना का ड्रिल चल रहा है और ड्रिल समाप्त हो जाने पर ही यात्रियों को प्रवेश दिया जायेगा। इसके बाद यात्री पैनिक मे आ गए और बार-बार अनुरोध करने के बाद भी यात्रियों को ले जाने के लिए आई बस को मिसाईल चौराहे पर रोक दिया गया तथा यात्रियों को पैदल जाने को कहा यात्रियों को अर्जुन नगर गेट से मिसाइल चौराहे तक लगभग 1:5 किलोमीटर की दूरी अपने सामान के साथ पैदल ही करनी पड़ी ।
जानकारी होने के बाद इंडिगो स्टेशन प्रबंधक ने विमानपत्तन निदेशक से समन्वय स्थापित करते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के वाहन से यात्रियों को मिसाइल चौराहे से हवाई अड्डे पर छुड़वाया गया । इस भारी असुविधा के कारण हवाई यात्रियों ने हवाई अड्डे पर हंगामा मचाया । संपर्क करने पर विमानपत्तन निदेशक तथा स्टेशन प्रबंधक इंडिगो ने IAF की तरफ से इस तरह की किसी भी पूर्व सूचना से इनकार किया।