UP: सिपाही की पत्नी ने कर दी प्रेमी की हत्या, ये थी वजह जानिए …

Dharmender Singh Malik
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Etah news: युवक का शव पेड़ पर लटका मिला, जैथरा पुलिस जांच में जुटी

गाजीपुर । जिले में एक महिला ने अपने प्रेमी की हत्या कर दी। महिला ने उसे फोन करके शनिवार रात उसे घर बुलाया। जैसे ही वह बेडरूम में बिस्तर पर बैठा, चेहरे पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमले के बाद वह प्रेमी को तड़प-तड़प कर मरता देखती रही। रविवार सुबह जब महिला कमरे से बाहर नहीं निकली, तो उसके ससुर ने दरवाजा खटखटाया। जब कोई उत्तर नहीं मिला, तो आस-पास के लोगों को बुलाया और फिर दरवाजा तोड़ा। इसके बाद अंदर जाकर देखा, तो युवक का शव बिस्तर पर पड़ा था। वहीं पास में महिला बैठी थी। उसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है। युवक के चेहरे और पेट पर चाकू के निशान थे। उसके कपड़े खून से सने हुए थे।

जानकारी अनुसार जिले बड़ेसर थाना के हुसैनाबाद गांव निवासी आरोपी महिला शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं। उसका पति पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात है। महिला के प्रेमी का नाम मनीष कुमार सिंह (26) है। वो बिहार में रहकर नौकरी करता था। कुछ दिनों से वो गांव में ही रुका हुआ था। महिला ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसका प्रेमी उसको बहुत परेशान करता था। वह जबरदस्ती मिलने का दबाव बनाता था, तभी गुस्से में आकर उसको मार दिया है।

जब भी घर आता मिलने का बनता था दवाब

महिला ने बताया कि मैं अपने दो बच्चों के साथ पक्के मकान में रहती हूं। बगल में कच्चा घर बना है। वहां मेरे ससुर रहते हैं। मेरे पति की शादी के 4-5 साल बाद- पुलिस में नौकरी लग गई। डेढ़ साल पहले मेरा गांव के मनीष से अफेयर हो गया। कुछ दिन तक तो लोगों को हमारे बारे में पता नहीं चला। लेकिन फिर एक दिन मेरे ससुर ने ही हम दोनों को साथ में देख लिया। उन्होंने सारी बात मेरे पति को बता दी। इसके बाद मेरे पति तुरंत गांव आ गए। हम दोनों में काफी झगड़ा हुआ। गांव में पंचायत बुलाई गई। इसमें फैसला लिया गया कि मनीष को गांव के बाहर भेज दिया जाए। इसके बाद वह बिहार चला गया। मैंने भी अपने ससुराल वालों और पति से माफी मांग कर उनके साथ रहने लगी।

ससुर ने प्रेमी को घर के बाहर देख लिया तो हुआ था हंगामा

उसके बाद भी मनीष जब-जब गांव आता, किसी न किसी बहाने से मुझसे मिलने की कोशिश करता। मना करने के बाद भी मनीष कभी किसी को भेजकर मुझे मिलने बुलाता, तो कभी मुझे फोन करता। एक बार मेरे ससुर ने उसको घर के बाहर देख लिया था, तब भी बहुत हंगामा हुआ था। लेकिन मनीष सुधरने का नाम नहीं ले रहा था। अभी कुछ दिनों से वह गांव आया, तो फिर से मुझे बुलाने लगा। इसके बाद मैंने उसकी हरकतों से परेशान होकर उसे रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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