पौधों में फिटकरी डालने से क्या फायदे होते हैं? आइए जाने..

Honey Chahar
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Alum for Plants: Benefits and How to Use

फिटकरी एक प्राकृतिक पौध संरक्षक है जिसका उपयोग सदियों से पौधों की सुरक्षा और पोषण के लिए किया जा रहा है। फिटकरी में एल्युमिनियम सल्फेट और पोटेशियम सल्फेट जैसे रासायनिक गुण होते हैं जो पौधों के लिए उपयोगी होते हैं।

पौधों में फिटकरी डालने के फायदे

  • कीटों और रोगों से सुरक्षा: फिटकरी में कीटनाशक और रोगनाशक गुण होते हैं जो पौधों को कीटों और रोगों से बचाने में मदद करते हैं। फिटकरी का उपयोग एफिड्स, थ्रिप्स, स्केल, मिलबग, और माइट्स जैसे कीटों को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, फिटकरी का उपयोग फंगल रोगों जैसे कि ब्लैक स्पॉट, मिल्ड्यू, और रस्ट को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है।
  • फूलों और फलों की संख्या और गुणवत्ता में वृद्धि: फिटकरी पौधों में फूलों और फलों की संख्या और गुणवत्ता में वृद्धि करने में मदद कर सकती है। फिटकरी पौधों में नाइट्रोजन और फास्फोरस की मात्रा को बढ़ाती है, जो फूलों और फलों के उत्पादन के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं।
  • पौधों की वृद्धि और विकास में सुधार: फिटकरी पौधों की वृद्धि और विकास में सुधार करने में मदद कर सकती है। फिटकरी पौधों में पानी और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाती है, जिससे पौधे तेजी से और स्वस्थ तरीके से बढ़ते हैं।
  • पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: फिटकरी पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने में मदद कर सकती है। फिटकरी पौधों को बाहरी तनावों से बचाने में मदद करती है, जिससे वे रोगों और कीटों के हमले के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो जाते हैं।
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फिटकरी का उपयोग कैसे करें

फिटकरी का उपयोग पौधों को पानी देने से पहले या मिट्टी में मिलाकर किया जा सकता है। पौधों को पानी देने से पहले फिटकरी का घोल बनाकर प्रयोग करें। 1 लीटर पानी में 1 चम्मच फिटकरी मिलाकर घोल तैयार करें। इस घोल को पौधों को पानी देने से पहले पत्तियों और तने पर छिड़कें। मिट्टी में फिटकरी मिलाने के लिए, 1 किलो मिट्टी में 10 ग्राम फिटकरी मिलाएं। इस मिश्रण को पौधे के गमले में डालें।

फिटकरी का उपयोग करते समय सावधानियां

फिटकरी का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • फिटकरी का उपयोग करते समय दस्ताने और सुरक्षा चश्मा पहनें।
  • फिटकरी के घोल को आंखों और त्वचा के संपर्क में आने से बचें।
  • यदि फिटकरी का घोल आंखों या त्वचा के संपर्क में आ जाए तो तुरंत पानी से धो लें।
  • फिटकरी का घोल बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर रखें।
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फिटकरी एक सुरक्षित और प्रभावी प्राकृतिक पौध संरक्षक है जिसका उपयोग पौधों की सुरक्षा और पोषण के लिए किया जा सकता है।

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