आगरा के अछनेरा थाना पुलिस पर अवैध वसूली के आरोप लगे हैं। शिकायतकर्ता वीरमती ने आईजीआरएस पर दर्ज कराई शिकायत में कहा है कि थाना प्रभारी रोहित आर्य और कांस्टेबल नितिन कुमार बालियान व सुमित कुमार द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर उसके ट्रक को पकड़कर थाने पर खड़ा कर लिया गया है। ट्रक को छोड़ने के एवज में तीनों पुलिसकर्मियों द्वारा डेढ़ लाख रुपए की मांग की जा रही है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह अपने ट्रक में सामान लेकर जा रही थी, तभी थाना अछनेरा के पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया। पुलिसकर्मियों ने उसके ट्रक की तलाशी ली और उसके पास से कोई भी अवैध सामान नहीं मिला। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे थाने ले जाकर बैठा दिया। थाने में पुलिसकर्मियों ने उससे पैसे मांगे। जब उसने पैसे देने से मना कर दिया तो पुलिसकर्मियों ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर एसीपी अछनेरा को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। एसीपी अछनेरा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब अछनेरा पुलिस पर वसूली के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी कई मामलों में अछनेरा पुलिस पर अवैध वसूली के आरोप लगे हैं।
पुलिस पर लगे अन्य आरोप
- जनवरी माह में थाना सिकंदरा की पदम प्राईड चौकी का वसूली का मामला आया था। जिसमें सौंठ की मंडी निवासी जमील को पकड़ा था बीस हजार रुपए लेने के बाद छोड़ा गया था।
- अप्रैल माह में थाना जगनेर के नौनी गांव निवासी मनोज शर्मा को अवैध हिरासत में रखकर थर्ड डिग्री दी गई थी। आरोप लगा था कि पति के एनकाउंटर की सूचना पर पत्नी ने खुदकुशी कर ली थी। जिसमें एक दरोगा सहित तीन सिपाही निलंबित किए गए थे।
- थाना सिकंदरा क्षेत्र में जून के महीने में एक ट्रक मालिक को हिरासत में रखकर वसूली की गई थी। उच्च अधिकारियों से शिकायत के बाद कुछ पुलिस कर्मियों पर गाज गिरी थी।
- पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के रिश्तेदार ने जून के महीने में पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी।बसौनी पुलिस ने कैंजरा घाट पर 28 हजार रुपए लूट लिए थे। उच्च अधिकारियों द्वारा मामले की जांच कराई गई। शिनाख्त परेड भी कराई गई ।दरोगा सहित तीन सिपाहियों को निलंबित किया गया। लेकिन अभी तक केस दर्ज नहीं हुआ।
- जुलाई माह में थाना शाहगंज पुलिस द्वारा व्यापारी सहित बेटे और भतीजे को पकड़ कर लाई थी। आरोप लगा तीन दिन तक अवैध हिरासत में रखकर धमकाया गया। पुलिस ने सदर तहसील ले जाकर किनारी बाजार स्थित करोड़ों की चार दुकानों का बैनामा किसी तीसरे व्यक्ति के नाम करवा दिया। पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज होने के बाद मामले की जांच डीसीपी सिटी को दी गई। इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया था।
पुलिस की छवि पर बट्टा लग रहा है
अछनेरा पुलिस पर लगे वसूली के आरोपों से पुलिस की छवि पर बट्टा लग रहा है। ऐसे आरोपों से आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास कम हो रहा है।
उच्चाधिकारियों को चाहिए कि वे अछनेरा पुलिस पर लगे आरोपों की गंभीरता से जांच कराएं और दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।