आगरा। थाना अछनेरा पर तैनात पुलिसकर्मियों के लगातार सामने आ रहे प्रकरणों से हर कोई हैरान है। अवैध कारनामों की खुल रही परतों से विभाग ही नहीं सरकार की भी साख पर बट्टा लग रहा है। महज कुछ दिनों में ही लगभग आधा दर्जन गंभीर मामलों ने थाना पुलिस की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी है। उच्चाधिकारियों की कार्रवाई से बेखबर, थाने पर तैनात पुलिसकर्मी अपने फर्ज को भूलने लगे हैं।
बताया जाता है कि समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रहे अछनेरा थाना के कारनामों से सत्ता पक्ष में भी खलबली मच रही है। अपने ही क्षेत्र में उठ रहे सवालों को लेकर जनप्रतिनिधि भी सन्न हैं। अपनी बेबाकी के लिए मशहूर, फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक चौधरी बाबूलाल ने थाना अछनेरा के पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़े तेवर अपना लिए हैं।
उन्होंने थाना प्रभारी पर सीधे निशाना साधते हुए कहा है कि थाने पर कोई भी कार्य बिना सुविधाशुल्क दिए नहीं हो रहा है। गरीब फरियादियों की सुनवाई नहीं हो रही है। थाना पुलिस द्वारा अपने अवैध कारनामों से सरकार को बदनाम किया जा रहा है, जबकि प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति रही है। थाना पुलिस की इन हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शीघ्र ही उचित कदम उठाए जाएंगे।
आलू मालिक को नहीं मिला न्याय, खनन के ट्रैक्टर पकड़ना हो गया गुनाह
थाना अछनेरा के खेल ही निराले हैं। सुविधा शुल्क नहीं मिलने पर आलू जैसे कच्चे पदार्थ को भी आरोपी बनाकर थाने पर खड़ा करवा लिया जाता है, जिसके बाद व्यापारी का ₹2 लाख का आलू सड़ जाता है। वहीं थाना प्रभारी की इजाजत के बिना खनन के वाहन पकड़ना, अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के लिए सजा बन जाता है। खनन के वाहनों पर तो मामूली कार्रवाई होती है, लेकिन असली सजा उन पुलिसकर्मियों को मिलती है, जिन्होंने इनको पकड़ा था। उनको पूरे 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात कर दिया जाता है। गुप्त सूत्रों के अनुसार थाने के पुलिसकर्मियों में आक्रोश पनप रहा है।
जिन पुलिसकर्मियों पर आरोप लगे हैं, उनको लाइन हाजिर कर दिया गया है। समस्त प्रकरणों की जांच एसीपी अछनेरा द्वारा की जा रही है। जांच में आरोप सिद्ध होने पर आवश्यक कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सोनम कुमार-डीसीपी, पश्चिम