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राधास्वामी मत के पंचम गुरु दादाजी महाराज के प्रथम भंडारे पर श्रद्धांजलि

राधास्वामी मत के पंचम गुरु दादाजी महाराज के प्रथम भंडारे पर श्रद्धांजलि

MD Khan
3 Min Read

राधास्वामी मत के पंचम गुरु दादाजी महाराज को चोला छोड़े हुए आज 25 जनवरी, 2024 को पूरा एक वर्ष हो गया। इस अवसर पर राधास्वामी मत के अनुयायी उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं कि वह हम सबके अंग संग रहकर हमारी रक्षा व संभाल करते रहें।

दादाजी महाराज का जन्म 27 जुलाई, 1930 को हुआ था। वे राधास्वामी मत के संस्थापक परम पुरुष पूरन धनी हजूर महाराज राधास्वामी दयाल के प्रपौत्र थे। वे आगरा विश्वविद्यालय के दो बार कुलपति रहे। पंचम गुरु के रूप में दादाजी महाराज ने 1959 से 2023 तक राधास्वामी मत के आदर्शों को देश के हर कोने में प्रसारित किया।

दादाजी महाराज का व्यक्तित्व अत्यंत ओजस्वी और प्रभावशाली था। वे एक महान शिक्षक, शिक्षाविद, इतिहासकार, कुशल प्रशासक, कवि, लेखक, वक्ता तथा समाज सुधारक थे। उन्होंने विधवा विवाह शुरू कराया और विवाह पद्धति में आमूलचूल परिवर्तन किया।

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दादाजी महाराज ने राधास्वामी मत के आध्यात्मिक सिद्धांतों को सरल और सुबोध भाषा में लोगों तक पहुंचाया। उन्होंने लोगों को प्रेम, करुणा, दया, और सद्भावना के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।

दादाजी महाराज के प्रथम भंडारे के अवसर पर हजूरी भवन पीपल मंडी आगरा में तीन दिवसीय विशेष सत्संग का आयोजन किया जा रहा है। यह सत्संग 25 से 27 जनवरी तक चलेगा। सत्संग में विभिन्न विद्वानों और संतों का प्रवचन होगा।

दादाजी महाराज एक महान संत, विचारक, और समाज सुधारक थे। उनके विचार और आदर्श आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा हैं। उनके प्रथम भंडारे पर हम उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं कि वह हम सबके अंग संग रहकर हमारी रक्षा व संभाल करते रहें।

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दादाजी महाराज के व्यक्तित्व की खास बातें

  • दादाजी महाराज का जन्म 27 जुलाई, 1930 को हुआ था।
  • दादाजी महाराज राधास्वामी मत के संस्थापक परम पुरुष पूरन धनी हजूर महाराज राधास्वामी दयाल के प्रपौत्र थे।
  • वे आगरा विश्वविद्यालय के दो बार कुलपति रहे।
  • पंचम गुरु के रूप में दादाजी महाराज ने 1959 से 2023 तक राधास्वामी मत के आदर्शों को देश के हर कोने में प्रसारित किया।
  • दादाजी महाराज ने 92 वर्ष की आयु में 25 जनवरी, 2023 को निज धाम सिधारने की मौज फरमाई।
  • उनके व्यक्तित्व में इतना ओज था कि लोग सुनकर मंत्रमुग्ध होकर उन्हीं के होकर रह जाते थे।
  • दादाजी महाराज ने विधवा विवाह शुरू कराया और विवाह पद्धति में आमूलचूल परिवर्तन किया।

राधास्वामी मत के पंचम गुरु दादाजी महाराज के प्रथम भंडारे पर तीन दिवसीय विशेष सत्संग 25 जनवरी से

आगरा। राधास्वामी मत के पंचम गुरु दादा जी महाराज (प्रोफेसर अगम प्रसाद माथुर, पूर्व कुलपति आगरा विश्वविद्यालय) के प्रथम भंडारे पर कार्यक्रम 25 जनवरी से शुरू हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दादाजी महाराज 25 जनवरी 2023 को राधास्वामी धाम सिधारने की मौज फरमाई थी।

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