– वार्ड बॉय से लेकर सर्जन बनकर कर रहे हैं सीएचसी का संचालन
– 12वीं पास व्यक्ति करता है मरीजों को दवा का वितरण
आगरा। मरीजों को जीवन दान देने वाले चिकित्सीय पेशे को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। यह साजिश रचने वाले कोई और नहीं बल्कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के कर्ताधर्ता ही हैं। इन्हीं की देखरेख में 12वीं पास व्यक्ति को मरीजों की दवा वितरण करने का काम दिया गया है।
प्रदेश सरकार सभी जनपदों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की दिशा में काम कर रही है। जबकि चिकित्सा विभाग में तैनात जिम्मेदार अधिकारी ही विभाग द्वारा दिए गए अधिकारों का दुरुपयोग करने पर आमादा हैं। मामला जनपद की तहसील फतेहाबाद का है। यहां फार्मासिस्ट, वार्ड बॉय और आकस्मिक चिकित्सा अधिकारी आदि की भूमिका साहब के नजदीकी ही संभाल रहे हैं। यह नजदीकी कोई और नहीं बल्कि साहब के ही भाई बताए जा रहे हैं। 12वीं पास भाई को मरीजों को दवा वितरण करने की जिम्मेदारी दी गई है। इतना ही नहीं, साहब के भाई कभी-कभी अस्पताल में आने वाले मस्तिष्क रोगियों के लिए सीटी स्कैन और उनके लिए दवा लिखने से भी बाज नहीं आते हैं।
स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों में अधिकांश कम पढ़े-लिखे और दूर-दराज के लोग होते हैं। इस कारण कोई ठीक से विरोध भी नहीं कर पाते हैं। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में जिलाधिकारी से शिकायत की गई है। और तो और, हद तो तब हो गई जब पता चला कि साहब की नियुक्ति भी मानकों के मुताबिक नहीं की गई है। फतेहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेवल 3 के चिकित्सा अधिकारी को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी जाती है जबकि यहां मौजूदा प्रभारी से दो चिकित्सा अधिकारी और भी सीनियर हैं जिन्हें यहां तैनाती में मिली हुई है। बताया जा रहा है कि साहब की भाजपा के जिला स्तर के पदाधिकारी से रिश्तेदारी है।