संवाददाता: प्रदीप यादव जैथरा, एटा
ग्रामीण इलाकों में सरकारी योजनाओं की सीधी पहुंचे हो इसके लिए पंचायत स्तर पर बने सचिवालयों के आधुनिकीकरण के साथ-साथ पंचायत सहायक, डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं ग्राम पंचायत सचिव की नियुक्तियां की गई है। ग्राम पंचायत में बने पंचायत घरों में जन सेवा केंद्र भी इसी आशय से खोले गए होंगे कि योजनाओं की सीधी जानकारी एवं लाभ गांव में बसने वाले लोगों को सुगमता से मिल जाए। सरकार की तमाम प्रयासों के बावजूद भी आज भी स्थितियां जस की तस बनी हुई है। एक ही छत के नीचे मिलने वाली तमाम सुविधाओं के दावे बुजुर्ग दंपत्ति की समस्या के आगे बोने हो गए। आज भी 84 साल के बुजुर्ग दिव्यांग दंपत्ति अधिकारी और कर्मचारियों के चक्कर काटने को मजबूर है।
जनपद एटा के विकासखंड जैथरा में दिव्यांग बुजुर्ग दंपत्ति अपनी वृद्धावस्था पेंशन पाने के लिए कई महीनो से प्रधान और सचिव से मिन्नतें कर रहा था। हीला हवाली के चलते डेढ़ वर्ष बीत गया। बैंक जाकर भी कई बार पता किया। विवश होकर बुजुर्ग विकलांग दंपत्ति सोमवार को जैथरा ब्लॉक पहुंचे और कर्मचारियों को अपनी समस्या बताई। तब जाकर उन्हें जानकारी हो सकी। कि उनकी ई केवाईसी न हो पाने के कारण उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जसरथपुर थाना क्षेत्र के गांव बढ़ापुर गनपतपुर निवासी बुजुर्ग सुशीला पत्नी बालक राम ने बताया कि काफी उम्र हो चुकी है। उन्हें सुनाई भी अब कम देता है। पति भी दिव्यांग हैं। गांव में आजीविका का भी कोई खास साधन नहीं है। पहले सरकार की ओर से पेंशन मिल जाती थी। जिससे जरूरी खर्चों में काफी मदद मिलती थी। डेढ़ वर्ष से अधिक समय से पेंशन नहीं मिली है। इसी वजह से गांव से 9 – 10 किलोमीटर दूर ब्लॉक में आए हैं। यहां भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। पता नहीं कब पेंशन योजना का लाभ मिल पाएगा ?
विकलांग बुजुर्ग दंपत्ति पहुंचा ब्लॉक, वृद्धावस्था पेंशन न मिलने से परेशान-
प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
Leave a comment