यरुशलम: रविवार को लेबनान के ईरान समर्थित सशस्त्र संगठन हिजबुल्ला ने इजरायल के सैन्य ठिकानों पर एक बड़ा हमला किया। इस हमले में सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन इजरायल की ओर दागे गए, लेकिन इजरायली डिफेंस सिस्टम ने इनमें से अधिकांश को हवा में ही नष्ट कर दिया। इस हमले के जवाब में इजरायली वायुसेना ने लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों पर 100 लड़ाकू विमानों से जोरदार हमला किया।
लेबनान में इस बमबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, हिजबुल्ला के सैन्य उपकरणों को भी नुकसान पहुंचा है। इजरायल के शहर और कस्बे सायरनों की आवाज से गूंज उठे, जिससे नागरिक भूमिगत ठिकानों में जाकर छिप गए। इस ताजा हमले ने इजरायल के सुरक्षा ढांचे को चुनौती दी है, जो कि 7 अक्टूबर, 2023 के बाद से अब तक का सबसे बड़ा हमला था।
हिजबुल्ला का प्रतिशोध
हिजबुल्ला ने यह हमला अपने वरिष्ठ कमांडर फुआद शुकर की मौत का बदला लेने के लिए किया था, जो कि जुलाई में इजरायली हमले में मारे गए थे। शुकर की मौत के बाद हिजबुल्ला ने इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया, जिसमें इजरायल के 11 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। हालांकि, अधिकांश हमले इजरायली डिफेंस सिस्टम द्वारा विफल कर दिए गए।
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायल ने हिजबुल्ला के हमले के जवाब में लेबनान के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में स्थित 40 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया। इन हमलों में हिजबुल्ला के सैन्य संसाधनों को भारी नुकसान हुआ है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि देश की सुरक्षा के लिए वे सब कुछ करेंगे। रक्षा मंत्री योएव गैलेंट ने 48 घंटे के आपातकाल की घोषणा की है, और विदेश मंत्री इजरायल काज ने कहा है कि इजरायल इस हमले का जवाब देगा, लेकिन फिलहाल युद्ध छेड़ने की योजना नहीं है।
क्षेत्रीय तनाव और भविष्य की दिशा
हिजबुल्ला के ताजा हमले और इजरायल के जवाबी हमलों ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया है। इससे पहले जुलाई में हिजबुल्ला ने गोलन पहाड़ियों पर मिसाइल हमला कर 12 लोगों की हत्या की थी। इजरायल ने हिजबुल्ला के कमांडर को मारकर जवाब दिया था। हिजबुल्ला का नवीनतम हमला उस समय हुआ है जब काहिरा में गाजा में युद्धविराम पर वार्ता चल रही है।
इस परिदृश्य में, इजरायल में अब भी युद्ध की स्थिति नहीं है, लेकिन सुरक्षा की स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।