आगरा में राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत एक अभिनव पहल करते हुए, शनिवार को श्यामा फैक्ट्री झुग्गी में यूएचएसएनडी आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य था, टीकाकरण से वंचित झिझकने वाले, उदासीन और प्रतिरोधी परिवारों को मोबिलाइज करना और उनके बच्चों को टीकाकरण करवाना।
सदर तहसीलदार अविचल प्रताप सिंह के नेतृत्व में, यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने मिलकर इस अभियान को सफल बनाया। स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ मिलकर, टीमों ने घर-घर जाकर परिवारों को टीकाकरण के महत्व और इसके फायदों के बारे में जागरूक किया।
टीकाकरण के फायदे
- 12 जानलेवा बीमारियों से बचाव: टीकाकरण बच्चों को टीवी, पोलियो, पीलिया, गलघोटू, टेटनेस, काली खांसी, निमोनिया, दस्त, खसरा, रुबेला, दिमागी बुखार और रतौंधी जैसी गंभीर बीमारियों से बचाता है।
- स्वस्थ जीवन: टीकाकरण से बच्चे स्वस्थ रहते हैं और वे स्कूल और अन्य गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं।
- समुदाय का स्वास्थ्य: जब अधिक से अधिक बच्चे टीकाकृत होते हैं, तो समुदाय में बीमारियों का प्रसार कम होता है।
अभियान की सफलता
चिह्नित 32 बच्चों में से 19 बच्चों को सफलतापूर्वक टीका लगाया गया। यह अभियान लगातार जारी रहेगा और प्रतिरोधी परिवारों को चिह्नित करके उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि शून्य से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को टीकाकरण करवाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “टीकाकरण एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है जिससे हम अपने बच्चों को कई गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं।”
विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ. महिमा ने बताया कि टीकों से होने वाले सामान्य दुष्प्रभावों जैसे बुखार या सूजन के लिए पैरासिटामोल और बर्फ की सिकाई जैसी घरेलू उपचार पर्याप्त होते हैं। किसी भी अन्य समस्या के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों से संपर्क किया जा सकता है।
सदर तहसीलदार अविचल प्रताप सिंह ने कहा, “टीकाकरण एक सामुदायिक प्रयास है। हमें मिलकर काम करना होगा ताकि सभी बच्चे स्वस्थ रहें।”