कामां/डीग: सकल जैन समाज कामा में आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पर्युषण पर्व के दौरान दस लक्षण धर्म पूजा विधान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आदिनाथ जिनालय में प्रथम अभिषेक शांतिधारा का सौभाग्य रिखब चंद, उमेश कुमार, और श्रेयांश कुमार जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
विधान में उत्तम सत्य धर्म की पूजा की गई, जिसमें यह विशेष रूप से 강조 किया गया कि दूसरों के मन में संताप उत्पन्न करने वाले, निष्ठुर और कठोर बचनों का त्याग कर सबके हितकारी और प्रिय बचन बोलना उत्तम सत्य धर्म है।
सायंकाल को संगीत के साथ मंगल आरती सौधर्म इंद्र परिवार द्वारा की गई। मोतीलाल भैया जी ने कहा कि अहिंसा की आराधना के लिए सत्य की उपासना अनिवार्य है। झूठा व्यक्ति सही अर्थों में अहिंसक आचरण नहीं कर सकता, और सच्चा अहिंसक कभी असत्य आचरण नहीं कर सकता। सत्य और अहिंसा का घनिष्ठ संबंध है; एक के बिना दूसरे का पालन संभव नहीं है। ये दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं।
सायंकाल जिनालय में श्री जी की संगीत के साथ मंगल आरती की गई। वहीं, चन्द्रप्रभु जिनालय में प्रथम अभिषेक शांतिधारा का सौभाग्य संजय कुमार और अभिषेक कुमार कानूगो परिवार को प्राप्त हुआ। जैन समाज के प्रधान सुभाष जैन ने बताया कि दस धर्मों में आज उत्तम सत्य धर्म की पूजा की गई। जिनालय में पदम जैन, शीतल जैन, विजय जैन, अनिल जैन, संजय कानूगो, और अन्य महिला-पुरुष एवं बच्चे उपस्थित रहे।