आगरा। पिछले दिनों दिल्ली में बेसमेंट के अंदर बरसात के दिनों में दो छात्रों की मौत हो गई थी इसके बाद आगरा विकास प्राधिकरण ने बेसमेंटों के खिलाफ अभियान चलाया था यही नहीं बेसमेंटों के खिलाफ कई शिकायतें भी कार्यालय में प्राप्त हुईl जिस पर क्षेत्रीय जूनियर इंजीनियर द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गयाl बस मौके पर जाकर जूनियर इंजीनियर खाना पूर्ति करते नजर आ रहे हैंl ऐसा ही मामला थाना नाई की मंडी अंतर्गत गालिबपुरा का है जिसकी शिकायत 30 अगस्त को शिकायतकर्ता द्वारा की गई लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
आगरा विकास प्राधिकरण की नवजात उपाध्यक्ष एवं अरूणमोली ने चार्ज संभालते ही अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैंl वही बेसमेंटों को लेकर प्राधिकरण का अभियान चल रहा है पिछले 30 अगस्त को थाना नाई की मंडी के रहने वाले मोहम्मद अंसार द्वारा गालिबपुरा में चल रहे अवैध बेसमेंट को लेकर शिकायत की थीl शिकायत में उन्होंने लिखा है कि बेसमेंट का निर्माण पार्किंग के लिए प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत किया गया है लेकिन आज उसमें जूता ट्रेडिंग का कार्य खुलेआम चल रहा है जिसमें 20-25 लोग हमेशा कार्य करते हैं । ऐसे में जो मजदूर बेसमेंट में काम कर रहे हैं उनकी जान को हर समय खतरा बना रहता हैl शिकायत उपाध्यक्ष के कार्यालय में प्राप्त कराई गई है जिसमें क्षेत्रीय जूनियर इंजीनियर मोहम्मद यामीन मौके पर पहुंचे तो सही लेकिन कोई सख्त कार्रवाई किए बिना सिर्फ बेसमेंट निर्माण करता को चेतावनी देकर वापस चले आएl ऐसे में सवाल उठ रहा है कि एक ओर जहां नवजात उपाध्यक्ष 3 दिन में किसी भी फाइल या शिकायत का निस्तारण करने का आदेश दे रही है वहीं दूसरी ओर आज भी क्षेत्रीय जूनियर इंजीनियर सिर्फ अवैध निर्माण को लेकर खाना पूर्ति करते नजर आ रहे हैं ।
अब देखना होगा कि क्षेत्रीय जूनियर इंजीनियर क्या वाकई बेसमेंट में पार्किंग संचालन के लिए निर्माण कर्ता को कोई नोटिस जारी करेंगे या फिर एक बार ऐसे ही जाकर मौखिक रूप से चेतावनी देकर कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति कर ते नज़र आएंगेl फिलहाल उपाध्यक्ष के कड़े एक्शन का भी इन जूनियर इंजीनियर पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
क्या कहते हैं जूनियर इंजीनियर मोहम्मद यामीन?
जब इस संबंध में जूनियर इंजीनियर मोहम्मद यामीन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं एक बार वहां शिकायत के संबंध में गया था उनको बेसमेंट में जुता ट्रेडिंग का कार्य न करने की चेतावनी दी गई है। पत्रकार ने जब पूछा कि नोटिस क्यों नहीं दिया गया तो उनका कहना था कि जो आपको छापना है छाप दो मैंने अभी कोई नोटिस नहीं दिया है।